राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रविवार रात आग लग गई। आग दूसरी मंजिल पर स्थित आईसीयू वार्ड में लगी। घटना के समय वार्ड में कई मरीज भर्ती थे। खबरों के मुताबिक, दो महिलाओं समेत आठ लोगों की जलने से मौत हो गई। ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ. अनुराग धाकड़ ने इन मौतों की पुष्टि की है।
आग लगने के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई और मरीजों को तुरंत बाहर निकाला गया। मरीजों को काफी देर तक अस्पताल के बाहर सड़क पर ही छोड़ना पड़ा। सूचना मिलने पर करीब एक दर्जन दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। पुलिस, अस्पताल प्रशासन और दमकलकर्मियों ने आईसीयू से 11 मरीजों को बाहर निकाला। चार से पांच मरीज झुलस गए हैं और उनकी हालत गंभीर है। धुएं के कारण अस्पताल के चार से पांच कर्मचारी भी बीमार पड़ गए।
मृतकों की सूची
सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी आग में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। इससे पहले, अस्पताल प्रशासन ने आग में मरने वालों की सूची जारी की थी। इनमें सीकर के पिंटू, आंधी के दिलीप, भरतपुर के श्रीनाथ, रुक्मिणी, खुश्मा और सांगानेर के बहादुर शामिल हैं।
घटना की सूचना मिलने पर मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भी घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने बताया कि सभी मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, झुलसे मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मौके पर पहुँचे उनके परिजनों ने भी मरीजों को निकालने में मदद की। आग लगने के कारणों की जाँच की जा रही है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने फोन पर घटना की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश जारी किए।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग किसी विद्युत उपकरण में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी होगी, हालाँकि इसकी पुष्टि जाँच के बाद ही हो पाएगी। घटना के बाद, पूरे अस्पताल परिसर में सुरक्षा और अग्नि सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा शुरू कर दी गई है। जाँच के आदेश दे दिए गए हैं।
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