
Sikandar Raza Record:हरारे में श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में जिम्बाब्वे के अनुभवी ऑलराउंडर सिकंदर रज़ा ने गेंद से गज़ब का जलवा दिखाते हुए कमाल कर दिया। उनकी इस शानदार गेंदबाज़ी से श्रीलंकाई बल्लेबाज़ पूरी तरह बिखर गए और टीम बेहद मामूली स्कोर पर सिमट गई। रज़ा के साथ ब्रैड इवांस ने भी कहर ढाते हुए टीम के लिए ऐतिहासिक पल बना दिया।
जिम्बाब्वे के स्टार ऑलराउंडर और कप्तान सिकंदर रज़ा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों उन्हें टीम का सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी माना जाता है। शनिवार(6 सितंबर) को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में उन्होंने गेंद से इतिहास रच डाला। दाएं हाथ के इस ऑफ स्पिनर ने अपने चार ओवर के स्पेल में केवल 11 रन खर्च करते हुए 3 विकेट झटके और श्रीलंका के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय में किसी भी जिम्बाब्वे गेंदबाज़ का बेस्ट बॉलिंग फिगर अपने नाम कर लिया।
रज़ा ने कमलिंडु मेंडिस(0 रन) और श्रीलंकाई कप्तान चारिथ असलंका(18 रन) जैसे अहम बल्लेबाज़ों को आउट कर श्रीलंका की उम्मीदों को तोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने दुष्मंथा चमीरा(0 रन) को भी पवेलियन भेजकर विपक्षी बल्लेबाज़ी को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।
श्रीलंका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में ज़िम्बाब्वे के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी आंकड़े
सिकंदर रज़ा ndash; 3/11 ब्रैड इवांस ndash; 3/15 रे प्राइस ndash; 2/9 ब्लेसिंग मुज़रबानी ndash; 2/14 रिचर्ड नगारावा ndash; 2/19जिम्बाब्वे के लिए ब्रैड इवांस ने भी गज़ब का प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट झटके और इसी लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए। रज़ा और इवांस की जोड़ी ने मिलकर श्रीलंका को 100 रन तक भी नहीं पहुंचने दिया और 80 रन पर ढेर कर दिया। यह श्रीलंका का जिम्बाब्वे के खिलाफ सबसे कम और टी20 इतिहास का दूसरा सबसे कम टीम स्कोर भी रहा।
Also Read: LIVE Cricket Scoreश्रीलंका की तरफ से केवल कमिल मिश्रा (20 रन) ही कुछ संघर्ष कर पाए, जबकि बाकी बल्लेबाज़ दो अंकों तक भी नहीं पहुंच सके। रज़ा के इस जादुई प्रदर्शन ने ना सिर्फ टीम को जीत की राह पर खड़ा किया बल्कि श्रीलंका के खिलाफ जिम्बाब्वे क्रिकेट के टी20 इतिहास में उनका नाम एक और रिकॉर्ड के साथ दर्ज हो गया।
You may also like
स्वदेशी के नाम पर भाजपा रच रही ढोंग : राकेश
एक दिन की थानेदार छात्रा स्नेहा बोली यह क्षण मेरे लिए गर्व और आत्मविश्वास से भरा हुआ
हरिश्चंद्र वंशीय रस्तोगी महिला शाखा सखी के दीपावली उत्सव में डांडिया की धूम
पंच परिवर्तन आधारित है संघ का पथ संचलन: जिला कार्यवाह
भाषा के बिना शिक्षा की कल्पना अधूरी : प्रो. रामदेव शुक्ल