मास्को, 3 अक्टूबर . अमेरिका के साथ जारी टैरिफ विवाद के बीच रूस के President व्लादिमीर पुतिन ने India को लेकर बड़ा बयान दिया है. रूसी President व्लादिमीर पुतिन ने मास्को के साथ तेल व्यापार जारी रखने के India के फैसले का पुरजोर समर्थन किया.
इसके साथ ही उन्होंने India के Prime Minister Narendra Modi की प्रशंसा की और रूस से तेल आयात रोकने के लिए दबाव बनाने के प्रयास के लिए अमेरिका को जमकर फटकार लगाई.
सोची के वल्दाई डिस्कशन क्लब में रूस के President ने पीएम मोदी को एक ‘संतुलित और बुद्धिमान नेता’ बताया. उन्होंने India द्वारा रूसी कच्चे तेल की खरीद के पीछे किसी भी Political मंशा को खारिज करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से आर्थिक कारणों से प्रेरित है.
व्लादिमीर पुतिन ने कहा, “इसमें कोई Political पहलू नहीं है. अगर India हमारी ऊर्जा आपूर्ति से इनकार करता है, तो उसे कुछ नुकसान होगा. अनुमान अलग-अलग हैं. कुछ का कहना है कि यह लगभग 9-10 अरब डॉलर का हो सकता है, लेकिन अगर वह इनकार नहीं करता है, तो प्रतिबंध लगाए जाएंगे और नुकसान उतना ही होगा, तो फिर इनकार क्यों किया जाए, जबकि इससे घरेलू Political लागत भी आएगी.”
रूसी President ने अमेरिका की ओर से टैरिफ के जरिए बनाए जा रहे बाहरी दबाव के आगे न झुकने की India की क्षमता पर भरोसा जताया. पुतिन ने कहा, “यकीन मानिए India जैसे देश के लोग, Political नेतृत्व द्वारा लिए गए फैसलों पर कड़ी नजर रखेंगे और किसी के सामने किसी भी तरह का अपमान नहीं होने देंगे और फिर मैं Prime Minister मोदी को भी जानता हूं. वह खुद इस तरह का कोई कदम कभी नहीं उठाएंगे.”
बता दें, रूसी President व्लादिमीर पुतिन की ओर से यह टिप्पणी अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए गए भाषण के तुरंत बाद आई है. यूएनजीए में अमेरिकी President ट्रंप ने India और चीन पर रूस से तेल खरीद जारी रखकर यूक्रेन युद्ध के प्रमुख वित्तीय समर्थक होने का आरोप लगाया था.
यही वजह है कि अमेरिका ने अगस्त में भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगा दिया, जिससे कुल शुल्क प्रभावी रूप से 50 प्रतिशत हो गया.
वहीं President पुतिन ने रूस और India के बीच दीर्घकालिक राजनयिक संबंधों पर भी जोर दिया और India के स्वतंत्रता संग्राम के समय से चले आ रहे ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा, “हम इस बात की सराहना करते हैं कि India इसे नहीं भूला है. India के साथ हमारे बीच कभी कोई समस्या या अंतर्राज्यीय तनाव नहीं रहा. कभी नहीं.”
बता दें कि रूसी President इस साल India दौरे पर आने वाले हैं. इसे लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “India के साथ हमारा रिश्ता बहुत ही खास है. हमारा रिश्ता और बढ़ रहा है. हमारी प्राथमिकता दोनों देशों को लाभ पहुंचाने वाले व्यापार संबंध बनाना है. हम इस पर काम करना चाहते हैं. मैं दिसंबर की शुरुआत में अपनी यात्रा और प्रिय दोस्त और विश्वसनीय पार्टनर पीएम मोदी से मिलने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं.”
रूस में भारतीय फिल्मों की लोकप्रियता को लेकर उन्होंने कहा कि रूस में बहुत सारे छात्र हैं. हम भारतीय फिल्मों को काफी पसंद करते हैं. India के अलावा रूस ऐसा देश है जिसके पास एक अलग चैनल है जिस पर हम भारतीय फिल्में चलाते हैं. सुरक्षा के क्षेत्र में भी हमारे आपसी संबंध विश्वसनीय हैं. हाल ही में अमेरिकी President ने भारतीय फिल्मों पर भी 100 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था. ऐसे में रूसी President का यह बयान सामने आया.
दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर President पुतिन ने India से आयात में विविधता लाने की आवश्यकता को स्वीकार किया. उन्होंने कहा, “India से और अधिक कृषि उत्पाद खरीदे जा सकते हैं. औषधीय उत्पादों और फार्मास्यूटिकल्स के लिए हमारी ओर से कुछ कदम उठाए जा सकते हैं… हमें अपने अवसरों और संभावित लाभों को प्राप्त करने के लिए कई तरह के कार्यों को हल करने की आवश्यकता है.”
उन्होंने यह भी कहा कि India और रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी अपनी 15वीं वर्षगांठ के करीब पहुंच रही है, जिससे उनके द्विपक्षीय संबंधों में घनिष्ठ समन्वय के महत्व की पुष्टि होती है.
टैरिफ को लेकर अमेरिका पर निशाना साधते हुए President पुतिन ने कहा, “औपनिवेशिक युग अब समाप्त हो चुका है. उन्हें यह समझना होगा कि वे अपने सहयोगियों से बात करते समय वह इन शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकते.”
अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप के कागजी शेर वाले कमेंट पर रूसी President ने कहा, “एक कागजी शेर. फिर क्या होगा? आगे बढ़ो और इस कागजी शेर का सामना करो. हम पूरे नाटो ब्लॉक से लड़ रहे हैं, हम आगे बढ़ रहे हैं.” उन्होंने सवाल किया कि अगर मैं कागजी शेर हूं तो नाटो क्या है.
दरअसल अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप ने सितंबर में यूक्रेन के President व्लादिमीर जेलेंस्की के साथ बैठक की थी. इसके बाद उन्होंने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में रूस को ‘कागजी शेर’ कहा था. ट्रंप ने कहा था कि रूस साढ़े तीन साल में यूक्रेन को हराने में नाकाम रहा है. कीव पूरे यूक्रेन को वापस जीतने और उससे लड़ने की स्थिति में है, बशर्ते यूरोपीय संघ और नाटो उसका समर्थन करते रहें.
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कनक/वीसी
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