New Delhi, 10 अक्टूबर . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने राजद नेता तेजस्वी यादव के ’20 महीने में हर परिवार को नौकरी’ के वादे पर जोरदार पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि इंडी अलायंस के नेता झूठ बोलने के बेताज बादशाह हैं.
से बातचीत में उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनका ‘खटाखट मॉडल’ Himachal Pradesh, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना में पूरी तरह असफल हो चुका है. उन्होंने इंडी गठबंधन को वादाखिलाफी, झूठ, जंगलराज, तानाशाही, वंशवाद, भ्रष्टाचार और लूटपाट का समूह करार दिया.
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन के समय नौकरी के बदले जमीन लूटी गई, पर्ची-खर्ची पर नौकरियां दी गईं. लेकिन, पीएम मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने बिहार में विकास का रास्ता खोला. 75 लाख महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 10,000 रुपए प्रति महिला दिए गए और युवाओं के लिए 62,000 करोड़ रुपए का पैकेज दिया गया. बिहार को उद्योग और व्यापार में बढ़ाने के अवसर प्रदान किए गए. बिहार की जनता भ्रष्टाचारियों, नौकरी बेचने वालों और जमीन हड़पने वालों को कठोर सजा देगी.
पश्चिम बंगाल की Chief Minister ममता बनर्जी का एसआईआर को लेकर विरोध जताने पर उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की Government अपनी क्रूरता और लापरवाही से अवैध मतदाताओं को बचाने और वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है. विदेशी नागरिकों को India की मतदाता सूची में शामिल करना और Government गठन को प्रभावित करना लोकतांत्रिक व्यवस्था और देश की अखंडता पर सीधा हमला है.
उन्होंने इंडिया अलायंस के अन्य नेताओं का जिक्र करते हुए कहा कि ये नेता सोच-समझकर मुद्दों को पकड़ते हैं और उसका फायदा उठाते हैं. इनकी मानसिकता स्वार्थी है क्योंकि उनका वोट बैंक बेहद संवेदनशील है.
कफ सिरप से बच्चों की मौत को उन्होंने दुखद और निंदनीय बताते हुए कहा कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी को चेन्नई जाकर डीएमके Government से सवाल पूछने चाहिए. विपक्ष को अवसरवाद छोड़कर पीड़ित परिवारों को न्याय और दोषियों को सजा दिलाने की आवाज उठानी चाहिए. लेकिन, कांग्रेस तमिलनाडु की कंपनी पर एक शब्द नहीं बोल रही.
बसपा प्रमुख मायावती की ओर से भाजपा की तारीफ किए जाने पर उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में पीएम मोदी ने India को सशक्त करने वाले महापुरुषों का सम्मान किया. चाहे भीमराव अंबेडकर के पांच तीर्थों का निर्माण हो, ज्योतिबा फुले, बिरसा मुंडा, सावित्री बाई फुले जैसे असंख्य महात्माओं के लिए स्थल बनाकर सम्मान दिया गया. पीएम मोदी अंबेडकर के पदचिह्नों पर चलकर India को आत्मनिर्भर बना रहे हैं.
‘बिरयानी’ विवाद पर उन्होंने कहा कि किसी को भी धार्मिक भावनाएं भड़काने का मौका नहीं देना चाहिए. राष्ट्र की एकता, अखंडता, संस्कृति और प्रभुता सर्वोपरि है. समाज को बांटने और भावनाएं भड़काने वालों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.
–
डीकेएम/एबीएम
You may also like
परंपरा और नवाचार का संगम होगा माटीकला महोत्सव: राकेश सचान
सीएसजेएमयू के पूर्व छात्रों का सराहनीय कदम, 105 विद्यार्थियों का हुआ मेगा जॉब फेयर में चयन : प्रो. सुधीर अवस्थी
आठ वर्षीय बच्चे की गलत इंजेक्शन से हुई मौत मामले में आरोपित मेडिकल स्टोर संचालक गिरफ्तार
भारत में सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन शुरू करने की तैयारी में MediaTek
आ गए मेरी मौत का तमाशा देखने नाना` पाटेकर की क्रांतिवी का आइकॉनिक सीन जो कभी लिखा ही नहीं गया