गाजियाबाद, 16 अक्टूबर . गाजियाबाद के प्रताप विहार क्षेत्र में Thursday सुबह तड़के उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब सेक्टर-11 स्थित एक मकान में अचानक आग लग गई. 16 अक्टूबर को प्रातः 5:53 बजे फायर कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि एक मकान में आग धधक रही है और स्थिति गंभीर होती जा रही है.
सूचना मिलते ही फायर स्टेशन कोतवाली से एफएसओ के नेतृत्व में एक फायर यूनिट तुरंत मौके के लिए रवाना कर दी गई. मौके पर पहुंचकर फायर कर्मियों ने देखा कि आग ग्राउंड फ्लोर से लेकर प्रथम तल तक फैल चुकी है और तेज धुएं के कारण आसपास का माहौल दमघोंटू हो गया है. आग की विकरालता को देखते हुए तत्काल अतिरिक्त फायर टेंडर की मांग की गई. दो दिशाओं से होज पाइप बिछाकर पानी डालना शुरू किया गया, जबकि धुएं के घने गुबार के बीच अंदर घुसना मुश्किल हो रहा था.
ऐसे में फायरमैनों ने बीए सेट (ब्रीदिंग अपरेटस सेट) पहनकर अंदर प्रवेश किया और रुक-रुक कर लगातार पानी डालकर आग को नियंत्रित करने का प्रयास किया. करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत और सूझबूझ भरी कार्यवाही के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया.
फायर विभाग के जवानों की तत्परता और पेशेवर तरीके से तत्परता दिखाने के चलते एक बड़ा हादसा टल गया. घटना के समय मकान मालिक रमेश भदौरिया मौके पर मौजूद थे, हालांकि राहत की बात यह रही कि इस अग्निकांड में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, हालांकि सटीक कारणों की पुष्टि जांच पूरी होने के बाद ही हो सकेगी. मकान में रखे घरेलू सामान और फर्नीचर के जलने से आर्थिक नुकसान अवश्य हुआ है, जिसका आंकलन किया जा रहा है. फायर विभाग ने लोगों से अपील की है कि घरों में विद्युत उपकरणों की समय-समय पर जांच कराते रहें और अग्नि सुरक्षा के बुनियादी इंतजाम अवश्य रखें, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.
–
पीकेटी/डीएससी
You may also like
Sleep Alert: क्या आप रात के 1 से 3 बजे के बीच अचानक जाग जाते हैं? इस बीमारी का हो सकता है खतरा
Kantara Chapter 1: बड़े पर्दे पर गरदा उड़ाने के बाद अब OTT पर रिलीज को तैयार हैं कांतारा!
हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात कर भावुक हुए Rahul Gandhi, कहा- उत्तर प्रदेश में प्रशासन पीड़ित परिवार को डराने में…
Rajasthan Govt Jobs 2025: राजस्थान में 12वीं पास के लिए निकली जमादार भर्ती, इतनी चाहिए हाइट और वजन
2028 तक अमेरिकी ग्रीन कार्ड लॉटरी से भारतीयों को रखा गया बाहर! क्यों? इमिग्रेशन के लिए नहीं है कोई रास्ता