लाइव हिंदी खबर :- एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव ने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय चावल सम्मेलन 2025 एक बेहद महत्वपूर्ण आयोजन है, जिसे प्रेस के सामने प्रदर्शित करना हमारा उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि चावल भारत का प्रमुख कृषि निर्यात उत्पाद है और इस सम्मेलन के माध्यम से देश के चावल उद्योग की ताकत और वैश्विक अवसरों को उजागर किया जाएगा।
सम्मेलन का आयोजन इंडियन राइस एक्सपोर्टर्स फेडरेशन के सहयोग से किया जा रहा है। इसमें भारत के चावल निर्यातकों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय खरीदार और व्यापारिक प्रतिनिधि भी भाग लेंगे। यह प्लेटफॉर्म भारत के चावल निर्यात को बढ़ावा देने और वैश्विक बाजारों में नई संभावनाओं की खोज के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अभिषेक देव ने कहा कि इस सम्मेलन में चावल की गुणवत्ता, नई किस्मों, निर्यात नीतियों और तकनीकी नवाचारों पर चर्चा होगी। साथ ही, आयातकों और निर्यातकों के बीच नेटवर्किंग के अवसर भी मिलेंगे, जिससे व्यापार में वृद्धि और सहयोग को प्रोत्साहन मिलेगा। BIRC 2025 का उद्देश्य न केवल भारत के चावल निर्यात को मजबूत बनाना है, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर भारत के कृषि उत्पादों की पहचान बढ़ाने का अवसर भी माना जा रहा है।
इस सम्मेलन से कृषि व्यापार, आर्थिक विकास और किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस महत्वपूर्ण आयोजन में सरकार, उद्योग और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के बीच सक्रिय संवाद और सहयोग के माध्यम से भारत के चावल निर्यात की स्थिति और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को और सशक्त बनाने पर जोर दिया जाएगा। संक्षेप में BIRC 2025 भारत के चावल उद्योग की वैश्विक क्षमताओं और संभावनाओं को दर्शाने वाला एक प्रमुख मंच है।
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