भले ये बात कही जाती रही हो कि AI लोगों की नौकरियां खा जाएगा लेकिन फिलहाल AI से जुड़ी नौकरियां सबसे ज्यादा डिमांड में है। जैसे-जैसे कंपनियों ने AI को अपनाना शुरू किया है, डेटा आर्किटेक्चर, मशीन लर्निंग और जेनरेटिव एआई के एक्सपर्ट्स की जरूरत पड़ने लगी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इंजीनियरों की बड़ी संख्या के साथ ग्लोबल कंपनियों के लिए भारत AI फील्ड में एक जरूरी केंद्र बन गया है। खुद OpenAI इस साल के आखिर में दिल्ली में अपना पहला ऑफिस भी खोलने जा रही है और एआई डिप्लॉयमेंट मैनेजर जैसे पदों के लिए भर्ती कर रही है। इतना ही नहीं, एंथ्रोपिक भी अगले साल की शुरुआत में बेंगलुरु में अपना ऑफिस खोलेगी। इसके अलावा Accenture भी भारत में 16,000 से ज्यादा पदों पर भर्ती कर रही है, जिसमें एआई, डेटा, क्लाउड और कंसल्टिंग के पद शामिल हैं। ऐसे में फिलहाल कहा जा सकता है कि AI नौकरी लेने वाला नहीं बल्कि देने वाला बन रहा है।
नौकरी की बदलता नेचररिपोर्ट्स के मुताबिक, OpenAI के CTO श्रीनिवास नारायणन का कहना है कि AI के युग में, इंजीनियरों को CEO जैसी सोच वाले फैसले लेने वाला बनना होगा। इसी तरह Stack Overflow के CEO प्रशांत चंद्रशेखर का कहना है कि आज के प्रोफेशनल्स को मशीन लर्निंग, प्रोग्रामिंग और डेटा एनालिटिक्स में मजबूत स्किल्स की जरूरत है।
भारत क्यों जरूरी है?Anthropic के CEO डारियो अमोदेई ने अपनी भारत यात्रा के दौरान कहा कि "भारत में तकनीकी प्रतिभा का पैमाना और सरकार की प्रतिबद्धता इसे खास बनाती है।" भारत सिर्फ प्रतिभा के लिहाज से ही नहीं, बल्कि बिजनेस के लिहास से भी खास है। यहां की बड़ी आबादी और AI को समाज में हर किसी तक पहुंचाने का संकल्प इसे दुनियाभर की कंपनियों के लिए जरूरी और खास बनाता है।
AI की दुनिया में कैसे आगे बढ़ें?JuliaHub के CEO विरल शाह के अनुसार, "आपकी नौकरी AI नहीं, बल्कि AI का इस्तेमाल करने वाला कोई शख्स बदल देगा।" उन्होंने बताया कि जो काम पहले इंजीनियरों को पूरा करने में दिन लगते थे, अब घंटों में हो जाते हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात को भी माना कि एआई-जनरेटेड कोड की सटीकता पर आंख बंद करके भरोसा नहीं किया जा सकता। शाह ने अनुसार, "एआई टूल्स अब बहुत अच्छे हो गए हैं और सभी स्तरों पर जरूरी हैं। यह आपको सीखना होगा कि ये आपके कहां काम आएंगे और कैसे आपको ज्यादा प्रोडक्टिव बनाएंगे।"
नौकरी की बदलता नेचररिपोर्ट्स के मुताबिक, OpenAI के CTO श्रीनिवास नारायणन का कहना है कि AI के युग में, इंजीनियरों को CEO जैसी सोच वाले फैसले लेने वाला बनना होगा। इसी तरह Stack Overflow के CEO प्रशांत चंद्रशेखर का कहना है कि आज के प्रोफेशनल्स को मशीन लर्निंग, प्रोग्रामिंग और डेटा एनालिटिक्स में मजबूत स्किल्स की जरूरत है।
भारत क्यों जरूरी है?Anthropic के CEO डारियो अमोदेई ने अपनी भारत यात्रा के दौरान कहा कि "भारत में तकनीकी प्रतिभा का पैमाना और सरकार की प्रतिबद्धता इसे खास बनाती है।" भारत सिर्फ प्रतिभा के लिहाज से ही नहीं, बल्कि बिजनेस के लिहास से भी खास है। यहां की बड़ी आबादी और AI को समाज में हर किसी तक पहुंचाने का संकल्प इसे दुनियाभर की कंपनियों के लिए जरूरी और खास बनाता है।
AI की दुनिया में कैसे आगे बढ़ें?JuliaHub के CEO विरल शाह के अनुसार, "आपकी नौकरी AI नहीं, बल्कि AI का इस्तेमाल करने वाला कोई शख्स बदल देगा।" उन्होंने बताया कि जो काम पहले इंजीनियरों को पूरा करने में दिन लगते थे, अब घंटों में हो जाते हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात को भी माना कि एआई-जनरेटेड कोड की सटीकता पर आंख बंद करके भरोसा नहीं किया जा सकता। शाह ने अनुसार, "एआई टूल्स अब बहुत अच्छे हो गए हैं और सभी स्तरों पर जरूरी हैं। यह आपको सीखना होगा कि ये आपके कहां काम आएंगे और कैसे आपको ज्यादा प्रोडक्टिव बनाएंगे।"
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