नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के T20I कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भविष्य में कप्तानी में होने वाले बदलाव को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्वीकार किया है कि उन्हें युवा टैलेंट और वर्तमान में टीम इंडिया के दो फॉर्मेट के कप्तान शुभमन गिल के हाथों अपनी T20I कप्तानी छिन जाने का डर लगता है। हालांकि, सूर्यकुमार ने यह भी साफ किया कि यह डर उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है।
डर आपको मोटिवेट रखता है: सूर्यकुमार यादव
26 साल के शुभमन गिल का टीम इंडिया में दबदबा लगातार जारी है और उन्हें अब तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का भविष्य का कप्तान माना जा रहा है। गिल पहले से ही टेस्ट और वनडे टीम की कमान संभाल रहे हैं और T20I में वह सूर्यकुमार यादव के उप-कप्तान हैं, जिन्हें भारत की टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीत के बाद यह जिम्मेदारी मिली थी।
हाल ही में एक इंटरव्यू में सूर्यकुमार यादव ने इस बदलाव पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, 'मैं झूठ नहीं बोलूंगा, हर किसी को यह डर लगता है। लेकिन, यह एक ऐसा डर है जो आपको मोटिवेटेड रखता है।' सूर्यकुमार ने गिल के प्रति अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, 'मैं उनके लिए बहुत खुश हूं कि वह दो फॉर्मेट के कप्तान बन गए हैं। मैदान के अंदर और बाहर, मेरे और उनके बीच की दोस्ती कमाल की है।' उन्होंने जोर दिया कि गिल का प्रदर्शन और व्यक्तित्व उन्हें खुद अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है।
डर को हावी नहीं होने देते स्काई
सूर्यकुमार यादव ने साफ किया कि वह इस डर को अपने प्रदर्शन पर हावी नहीं होने देते हैं। उन्होंने अपनी मानसिकता पर जोर देते हुए कहा, 'अगर मैं ऐसी चीजों से प्रभावित होने वाला व्यक्ति होता और बहुत ज्यादा सोचता, तो मैं इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना पहला मैच वैसे नहीं खेल पाता जैसा मैंने खेला था। इसलिए मैंने उस डर को बहुत पहले पीछे छोड़ दिया है।' उनका मानना है कि यदि कोई खिलाड़ी खुद पर कड़ी मेहनत करता है और अपने काम के प्रति ईमानदार रहता है, तो बाकी सब अपने आप हो जाता है।
डर आपको मोटिवेट रखता है: सूर्यकुमार यादव
26 साल के शुभमन गिल का टीम इंडिया में दबदबा लगातार जारी है और उन्हें अब तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का भविष्य का कप्तान माना जा रहा है। गिल पहले से ही टेस्ट और वनडे टीम की कमान संभाल रहे हैं और T20I में वह सूर्यकुमार यादव के उप-कप्तान हैं, जिन्हें भारत की टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीत के बाद यह जिम्मेदारी मिली थी।
हाल ही में एक इंटरव्यू में सूर्यकुमार यादव ने इस बदलाव पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, 'मैं झूठ नहीं बोलूंगा, हर किसी को यह डर लगता है। लेकिन, यह एक ऐसा डर है जो आपको मोटिवेटेड रखता है।' सूर्यकुमार ने गिल के प्रति अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, 'मैं उनके लिए बहुत खुश हूं कि वह दो फॉर्मेट के कप्तान बन गए हैं। मैदान के अंदर और बाहर, मेरे और उनके बीच की दोस्ती कमाल की है।' उन्होंने जोर दिया कि गिल का प्रदर्शन और व्यक्तित्व उन्हें खुद अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है।
डर को हावी नहीं होने देते स्काई
सूर्यकुमार यादव ने साफ किया कि वह इस डर को अपने प्रदर्शन पर हावी नहीं होने देते हैं। उन्होंने अपनी मानसिकता पर जोर देते हुए कहा, 'अगर मैं ऐसी चीजों से प्रभावित होने वाला व्यक्ति होता और बहुत ज्यादा सोचता, तो मैं इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना पहला मैच वैसे नहीं खेल पाता जैसा मैंने खेला था। इसलिए मैंने उस डर को बहुत पहले पीछे छोड़ दिया है।' उनका मानना है कि यदि कोई खिलाड़ी खुद पर कड़ी मेहनत करता है और अपने काम के प्रति ईमानदार रहता है, तो बाकी सब अपने आप हो जाता है।
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