चंडीगढ़ : विदेश में अच्छी नौकरी का वादा और मोटी तनख्वाह का ऑफर। यह ऐसा लालच है, जिसके जाल में न सिर्फ पंजाब के युवा पुरुष बल्कि युवतियां भी फंस रही हैं। ट्रैवल एजेंट न सिर्फ कनाडा और अमेरिका के सपने दिखाते हैं, बल्कि खाड़ी देशों में युवक-युवतियों को भेज देते हैं। जब इन युवाओं का घर से दूर हकीकत का सामना होता है तो उम्मीदें चकनाचूर हो जाती हैं। नौकरी के नाम पर नौकरानी बना दिया जाता है और फिर शुरू होता है मालिकों का जुल्म ओ सितम। पंजाब के मोगा जिले की एक युवती राज्यसभा सदस्य बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल के हस्तक्षेप के बाद हाल ही में इराक से लौटी। उसने जो दास्तां सुनाई, वह हैरान कर देगी। युवती ने बताया कि अभी उसकी जानकारी में 20-25 लड़कियां इराक में दरिंदगी झेल रही हैं।
सैलरी 60 हजार, छुट्टी चार दिन, मगर ...
खाड़ी देशों में घरेलू नौकर की डिमांड है। पंजाब में विदेश भेजने वाले ट्रैवल एजेंट इस डिमांड को पूरा करने के लिए गांवों की गरीब लड़कियों को टारगेट करते हैं। कम से कम 60 हज़ार महीने की नौकरी और 4 दिन की छुट्टी वाले विज्ञापन गरीबों को झांसे में लेने के लिए ही काफी है। ट्रैवल एजेंट बने बिचौलिये सिलाई-कटाई की कंपनी, होटलों में कुक और हेल्पर बनने का वादा करते हैं। मोगा में रहने वाली 29 साल की एक युवती पिछले साल 8 जनवरी 2024 में ऐसे ही झांसे में फंस गई। जगरोन के एजेंट ने उससे सिलाई करने का काम दिलाने का वादा कर इराक भेज दिया। उसे बताया गया कि सैलरी और छुट्टी के अलावा उसे परिवार से बात करने की इजाजत भी मिलेगी। गरीबी से छुटकारा पाने के लिए वह इराक जाने के लिए राजी हो गई।
मालिक करता रहा जानवरों की तरह पिटाई
जब वह इराक पहुंची तो दुनिया एजेंट से दावे से बिल्कुल उलट थी। उसे वहां एक घर में नौकरानी बनाकर भेजा गया, जहां पासपोर्ट और सामान पहले दिन ही छीन लिए गए। फिर यातनाओं का दौर शुरु हुआ। दिन भर काम और बदले में सूखी रोटी। वहां तबीयत बिगड़ने पर भी आराम की इजाजत नहीं थी। इनकार करने पर मालिक जानवरों की तरह पिटाई करता था। युवती ने बताया कि उसके मालिक ने उसके साथ गलत करने की कोशिश की। जब उसने इसका विरोध किया और सबूत के तौर पर एक वीडियो बनाया, तो एजेंट और उसकी पत्नी के कहने पर उसे बेरहमी से पीटा गया। मालिक उसे डंडे टूटने तक पीटता रहा। पिटाई से उसकी हालत बिगड़ गई, मगर उपचार नहीं मिला। बीते 10 अगस्त को उसने किसी तरह सोशल मीडिया के जरिए सांसद बाबा सीचेवाल से संपर्क किया। सीचेवाल ने इस मामले को विदेश मंत्रालय के सामने उठाया।
20-25 लड़कियां अभी भी इराक में फंसी
मोगा की युवती 28 सितंबर को इराक से पंजाब लौट आई। एक महीना बीत जाने के बाद भी वह इराक में बीते डेढ़ साल के भयानक अनुभव से उबर नहीं पाई। उसे मोटी सैलरी तो नहीं मिली मगर जिंदगी भर के लिए दर्द मिल गया। युवती ने बताया कि इराक में जहां उसे नौकरानी बनाया गया था, वहां उसके आसपास पंजाब की 20-25 लड़कियां और फंसी थी। हर लड़की ट्रैवल एजेंट के धोखे और मालिक के जुल्म का शिकार हैं। वह तो किसी तरह बच गई, मगर वहां लड़कियां जानवर से भी बदतर जिंदगी जीने को मजबूर हैं। बाबा सीचेवाल ने सरकार से ऐसे ट्रैवल रैकेट के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है, जो विदेश में रोजगार के नाम पर धंधा चला रहे हैं।
सैलरी 60 हजार, छुट्टी चार दिन, मगर ...
खाड़ी देशों में घरेलू नौकर की डिमांड है। पंजाब में विदेश भेजने वाले ट्रैवल एजेंट इस डिमांड को पूरा करने के लिए गांवों की गरीब लड़कियों को टारगेट करते हैं। कम से कम 60 हज़ार महीने की नौकरी और 4 दिन की छुट्टी वाले विज्ञापन गरीबों को झांसे में लेने के लिए ही काफी है। ट्रैवल एजेंट बने बिचौलिये सिलाई-कटाई की कंपनी, होटलों में कुक और हेल्पर बनने का वादा करते हैं। मोगा में रहने वाली 29 साल की एक युवती पिछले साल 8 जनवरी 2024 में ऐसे ही झांसे में फंस गई। जगरोन के एजेंट ने उससे सिलाई करने का काम दिलाने का वादा कर इराक भेज दिया। उसे बताया गया कि सैलरी और छुट्टी के अलावा उसे परिवार से बात करने की इजाजत भी मिलेगी। गरीबी से छुटकारा पाने के लिए वह इराक जाने के लिए राजी हो गई।
मालिक करता रहा जानवरों की तरह पिटाई
जब वह इराक पहुंची तो दुनिया एजेंट से दावे से बिल्कुल उलट थी। उसे वहां एक घर में नौकरानी बनाकर भेजा गया, जहां पासपोर्ट और सामान पहले दिन ही छीन लिए गए। फिर यातनाओं का दौर शुरु हुआ। दिन भर काम और बदले में सूखी रोटी। वहां तबीयत बिगड़ने पर भी आराम की इजाजत नहीं थी। इनकार करने पर मालिक जानवरों की तरह पिटाई करता था। युवती ने बताया कि उसके मालिक ने उसके साथ गलत करने की कोशिश की। जब उसने इसका विरोध किया और सबूत के तौर पर एक वीडियो बनाया, तो एजेंट और उसकी पत्नी के कहने पर उसे बेरहमी से पीटा गया। मालिक उसे डंडे टूटने तक पीटता रहा। पिटाई से उसकी हालत बिगड़ गई, मगर उपचार नहीं मिला। बीते 10 अगस्त को उसने किसी तरह सोशल मीडिया के जरिए सांसद बाबा सीचेवाल से संपर्क किया। सीचेवाल ने इस मामले को विदेश मंत्रालय के सामने उठाया।
20-25 लड़कियां अभी भी इराक में फंसी
मोगा की युवती 28 सितंबर को इराक से पंजाब लौट आई। एक महीना बीत जाने के बाद भी वह इराक में बीते डेढ़ साल के भयानक अनुभव से उबर नहीं पाई। उसे मोटी सैलरी तो नहीं मिली मगर जिंदगी भर के लिए दर्द मिल गया। युवती ने बताया कि इराक में जहां उसे नौकरानी बनाया गया था, वहां उसके आसपास पंजाब की 20-25 लड़कियां और फंसी थी। हर लड़की ट्रैवल एजेंट के धोखे और मालिक के जुल्म का शिकार हैं। वह तो किसी तरह बच गई, मगर वहां लड़कियां जानवर से भी बदतर जिंदगी जीने को मजबूर हैं। बाबा सीचेवाल ने सरकार से ऐसे ट्रैवल रैकेट के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है, जो विदेश में रोजगार के नाम पर धंधा चला रहे हैं।





