नई दिल्ली: उत्तर-पश्चिम, मध्य और पश्चिमी भारत समेत देश के बड़े हिस्से में नवंबर में अधिकतम तापमान के सामान्य से कम रहने का अनुमान है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उत्तर-पश्चिम के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर हालांकि ज्यादातर क्षेत्रों में सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान रहने का अनुमान है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नवंबर में देश के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने का अनुमान है, लेकिन पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, हिमालय की तलहटी, पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर हिस्से और दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
उन्होंने कहा, देश के ज्यादातर भागों में न्यूनतम तापमान के सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, जहां न्यूनतम तापमान के सामान्य से कम रहने की संभावना है। महापात्र ने कहा कि मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में कमजोर ला नीना की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि ला नीना की स्थिति दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 तक बनी रहने का अनुमान है। आईएमडी प्रमुख ने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, जहां नवंबर में सामान्य से कम वर्षा होने की उम्मीद है, देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है।
इससे पहले, आईएमडी ने कहा था कि अक्टूबर-दिसंबर की अवधि के दौरान ज्यादातर क्षेत्रों में सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम वर्षा हो सकती है। महापात्र ने बताया कि भारत में अक्टूबर में 112.1 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 49 प्रतिशत अधिक है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नवंबर में देश के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने का अनुमान है, लेकिन पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, हिमालय की तलहटी, पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर हिस्से और दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
उन्होंने कहा, देश के ज्यादातर भागों में न्यूनतम तापमान के सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, जहां न्यूनतम तापमान के सामान्य से कम रहने की संभावना है। महापात्र ने कहा कि मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में कमजोर ला नीना की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि ला नीना की स्थिति दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 तक बनी रहने का अनुमान है। आईएमडी प्रमुख ने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, जहां नवंबर में सामान्य से कम वर्षा होने की उम्मीद है, देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है।
इससे पहले, आईएमडी ने कहा था कि अक्टूबर-दिसंबर की अवधि के दौरान ज्यादातर क्षेत्रों में सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम वर्षा हो सकती है। महापात्र ने बताया कि भारत में अक्टूबर में 112.1 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 49 प्रतिशत अधिक है।
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