पटना: बिहार की सियासत एक बार फिर गर्म है। 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन, नीतीश कुमार की अगुवाई वाले एनडीए से सिर्फ 12 सीटों के अंतर से सरकार बनाने से चूक गया था। वोटों के मामले में यह फासला मात्र 11,150 का था। अब पांच साल बाद, बिहार फिर से एक हाई-वोल्टेज चुनावी जंग के लिए तैयार है। चुनाव आयोग ने राज्य में दो चरणों में मतदान कराए जाने का ऐलान कर दिया है। इस बार के चुनाव में सबकी नजरें तेजस्वी यादव होंगी।
तेजस्वी का नया 'MY BAAP' फॉर्मूला
तेजस्वी यादव अब अपने पिता लालू प्रसाद यादव की छाया से निकलकर खुद को स्थापित करने की कोशिश में हैं। 2025 का तेजस्वी 2020 से काफी अलग है। वह अब सिर्फ लालू की राजनीतिक विरासत या ‘MY’ (मुस्लिम-यादव) समीकरण पर निर्भर नहीं हैं। इस बार उनका नारा है- ‘MY BAAP', जिसमें शामिल हैं- M (मुस्लिम), Y (यादव), B (बहुजन– एससी/एसटी), A (अगड़ा- सवर्ण वर्ग), A (आधी आबादी यानी- महिलाएं) और P (Poor– गरीब वर्ग)। तेजस्वी का यह नया समीकरण उन्हें एक बड़े सामाजिक गठबंधन की ओर ले जाता है।
रोजगार और युवाओं पर फोकसतेजस्वी यादव अपने युवा छवि और स्थायी रोजगार देने के वादे पर टिके हुए हैं। तेजस्वी की घोषणाओं- जैसे सरकारी नौकरियां, महिलाओं को हर महीने ₹2,500, 200 यूनिट फ्री बिजली, पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1,500 रुपये, डोमिसाइल नीति और युवा आयोग, ने एनडीए को भी अपने घोषणापत्र में वही बातें शामिल करने पर मजबूर कर दिया।
तेजस्वी इस पर कई बार चुटकी लेते हुए कह भी चुके हैं, 'सरकार मेरी कॉपी कर रही है, असली तेजस्वी आगे है, सरकार पीछे।'
खुद को 'ओरिजिनल सीएम' के रूप में पेश कर रहे तेजस्वी
तेजस्वी यादव महागठबंधन की ओर से खुद को ओरिजिनल सीएम के रूप में पेश कर रहे हैं। वोट अधिकार यात्रा के दौरान आरा की एक रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ मंच साझा करते हुए तेजस्वी ने खुद को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बताया था। उन्होंने जनता से पूछा था- 'डुप्लीकेट सीएम चाहिए या ओरिजिनल सीएम?' बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि महागठबंधन बिना सीएम फेस के चुनाव नहीं लड़ेगा।
'तेजस्वी अब सिर्फ लालू के बेटे नहीं'
राजनीतिक विश्लेषक बी.एन. प्रसाद (ए.एन. सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज) का कहना है, 'तेजस्वी अब अपने पिता की M-Y राजनीति से आगे बढ़ चुके हैं। वे शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर बात कर युवाओं को आकर्षित कर रहे हैं।' वे आगे कहते हैं, 'लालू पर अतीत का बोझ है, तेजस्वी पर नहीं।' यही वजह है कि एनडीए जहां अब भी लालू को निशाना बनाता है, वहीं तेजस्वी पर सीधा हमला करने से बचता है।
तेजस्वी का नया 'MY BAAP' फॉर्मूला
तेजस्वी यादव अब अपने पिता लालू प्रसाद यादव की छाया से निकलकर खुद को स्थापित करने की कोशिश में हैं। 2025 का तेजस्वी 2020 से काफी अलग है। वह अब सिर्फ लालू की राजनीतिक विरासत या ‘MY’ (मुस्लिम-यादव) समीकरण पर निर्भर नहीं हैं। इस बार उनका नारा है- ‘MY BAAP', जिसमें शामिल हैं- M (मुस्लिम), Y (यादव), B (बहुजन– एससी/एसटी), A (अगड़ा- सवर्ण वर्ग), A (आधी आबादी यानी- महिलाएं) और P (Poor– गरीब वर्ग)। तेजस्वी का यह नया समीकरण उन्हें एक बड़े सामाजिक गठबंधन की ओर ले जाता है।
रोजगार और युवाओं पर फोकसतेजस्वी यादव अपने युवा छवि और स्थायी रोजगार देने के वादे पर टिके हुए हैं। तेजस्वी की घोषणाओं- जैसे सरकारी नौकरियां, महिलाओं को हर महीने ₹2,500, 200 यूनिट फ्री बिजली, पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1,500 रुपये, डोमिसाइल नीति और युवा आयोग, ने एनडीए को भी अपने घोषणापत्र में वही बातें शामिल करने पर मजबूर कर दिया।
तेजस्वी इस पर कई बार चुटकी लेते हुए कह भी चुके हैं, 'सरकार मेरी कॉपी कर रही है, असली तेजस्वी आगे है, सरकार पीछे।'
खुद को 'ओरिजिनल सीएम' के रूप में पेश कर रहे तेजस्वी
तेजस्वी यादव महागठबंधन की ओर से खुद को ओरिजिनल सीएम के रूप में पेश कर रहे हैं। वोट अधिकार यात्रा के दौरान आरा की एक रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ मंच साझा करते हुए तेजस्वी ने खुद को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बताया था। उन्होंने जनता से पूछा था- 'डुप्लीकेट सीएम चाहिए या ओरिजिनल सीएम?' बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि महागठबंधन बिना सीएम फेस के चुनाव नहीं लड़ेगा।
'तेजस्वी अब सिर्फ लालू के बेटे नहीं'
राजनीतिक विश्लेषक बी.एन. प्रसाद (ए.एन. सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज) का कहना है, 'तेजस्वी अब अपने पिता की M-Y राजनीति से आगे बढ़ चुके हैं। वे शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर बात कर युवाओं को आकर्षित कर रहे हैं।' वे आगे कहते हैं, 'लालू पर अतीत का बोझ है, तेजस्वी पर नहीं।' यही वजह है कि एनडीए जहां अब भी लालू को निशाना बनाता है, वहीं तेजस्वी पर सीधा हमला करने से बचता है।
You may also like
बरेली की घटना की न्यायिक जांच के लिए जनहित याचिका दाखिल
एक आधार पर तलाक अर्जी दाखिल होने के बाद दूसरे आधार को संशोधन अर्जी देकर जोड़ा जा सकता है : हाईकोर्ट
आज का अंक ज्योतिष 8 अक्टूबर 2025 : मूलांक 2 को व्यापार में निवेश से लाभ होगा, मूलांक 5 को हर क्षेत्र में मिलेगी तरक्की, जन्मतिथि से जानें आज का भविष्यफल
Stocks to Buy: आज IGL और DOMS Industries समेत इन शेयरों से होगी कमाई, तेजी के संकेत
Indian Air force Day 2025: कितनी ताकतवर है हमारी भारतीय वायुसेना, 10 पॉइंट में जानिए सबकुछ यहां