बिजनौर: यूपी में बिजनौर के एक गांव में हल्ला मचा कि खेत गई लड़की को गुलदार उठा ले गया। दिनभर पुलिस और प्रशासन के अफसरों का अमला ग्रामीणों के साथ जंगल की खाक छानता रहा। शाम को पता चला कि लड़की देहरादून पहुंच गई। उसने खुद पिता को फोन कर ये बात बताई। पुलिस की एक टीम लड़की को लाने के लिए देहरादून रवाना हो गया है। लड़की 128 किलोमीटर दूर देहरादून कैसे पहुंच गई, गांव वालों की जुबां पर ये सवाल तैर रहा है।
यह घटना गुरुवार सुबह करीब नौ बजे की है। नहटौर थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली महिला अपनी दो बेटियों के साथ जंगल से पशुओं के लिए चारा लेने जा रही थी। महिला ने बताया कि रास्ते में उनकी बड़ी बेटी शौच के लिए ईख के खेत में चली गई थी। वह दूसरी बेटी के साथ चकरोड पर रुक गई। महिला के अनुसार, खेत से बेटी ने तीन बार मां कहकर पुकारा। खेत में तेज आहट भी हुई। जब उन्होंने आवाज लगाई तो लड़की ने कोई जवाब नहीं दिया।
अफसरों ने दिनभर छानी जंगल की खाक महिला को गुलदार के हमले का शक हुआ। उन्होंने इसका शोर मचा दिया। ईख के खेत में लड़की की चप्पल पड़ी मिली। पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी दिन भर जंगल में युवती की तलाश करते रहे। जंगल के हर कोने में लड़की की खोजबीन की गई। कई घंटों की मशक्कत के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिला। इस दौरान ग्रामीणों में भय का माहौल बना रहा।
शाम ढलते ही पिता को आया फोनशाम ढलने के करीब लड़की ने अपने पिता को फोन किया। उसने बताया कि वह सुरक्षित है और देहरादून में है। यह सुनकर घरवालों और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। लड़की देहरादून कैसे पहुंच गई, इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है।
यह घटना गुरुवार सुबह करीब नौ बजे की है। नहटौर थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली महिला अपनी दो बेटियों के साथ जंगल से पशुओं के लिए चारा लेने जा रही थी। महिला ने बताया कि रास्ते में उनकी बड़ी बेटी शौच के लिए ईख के खेत में चली गई थी। वह दूसरी बेटी के साथ चकरोड पर रुक गई। महिला के अनुसार, खेत से बेटी ने तीन बार मां कहकर पुकारा। खेत में तेज आहट भी हुई। जब उन्होंने आवाज लगाई तो लड़की ने कोई जवाब नहीं दिया।
अफसरों ने दिनभर छानी जंगल की खाक महिला को गुलदार के हमले का शक हुआ। उन्होंने इसका शोर मचा दिया। ईख के खेत में लड़की की चप्पल पड़ी मिली। पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी दिन भर जंगल में युवती की तलाश करते रहे। जंगल के हर कोने में लड़की की खोजबीन की गई। कई घंटों की मशक्कत के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिला। इस दौरान ग्रामीणों में भय का माहौल बना रहा।
शाम ढलते ही पिता को आया फोनशाम ढलने के करीब लड़की ने अपने पिता को फोन किया। उसने बताया कि वह सुरक्षित है और देहरादून में है। यह सुनकर घरवालों और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। लड़की देहरादून कैसे पहुंच गई, इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है।
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