दीपक खोखर, रोहतक : दिवंगत आईजी वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार की एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। यह वीडियो शराब कारोबारी प्रवीन बंसल के ऑफिस की 9 जुलाई की बताई जा रही है। प्रवीन बंसल की शिकायत पर ही 6 अक्टूबर को सुशील कुमार के खिलाफ ढाई लाख रूपए मंथली मांगने का केस रोहतक के अर्बन एस्टेट पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ था। पुलिस ने सुशील कुमार से पूछताछ की तो उसने आईजी वाई पूरन कुमार का नाम लिया था। पुलिस टीम इस फुटेज की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में सीधे तौर पर तो वाई पूरन कुमार का नाम नहीं था लेकिन शराब कारोबारी की ओर से दी गई शिकायत में जरूर सुशील कुमार के हवाले से जिक्र किया गया था।
वायरल वीडियो में क्या
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सीसीटीवी फुटेज में टोपी पहने एक व्यक्ति ऑफिस में आकर कुछ लोगों से मिलता है। उसके बाद ऑफिस के कैबिन से एक व्यक्ति बाहर निकलता है और टोपी पहने उस व्यक्ति को अंदर लेकर चला जाता है। इसी सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाकर शराब कारोबारी ने आरोप लगाया था कि आईजी का गनमैन सुशील कुमार मंथली देने का दबाव बना रहा था। हालांकि अर्बन एस्टेट पुलिस स्टेशन में जब केस दर्ज हुआ तब वाई पूरन कुमार का रोहतक रेंज का ट्रांसफर सुनारिया ट्रेनिंग संस्थान में हो चुका था।
खुद के निजी आवास में मारी गोली
सूत्रों के अनुसार रोहतक की पुलिस टीम ने गनमैन सुशील कुमार को जिस समय गिरफ्तार किया, तब वह आईजी पूरन कुमार की कार में ही सवार था। बाद में उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया। पुलिस टीम इस मामले में वाई पूरन कुमार को नोटिस देने की तैयारी कर रही थी लेकिन उससे पहले उसने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित निजी आवास में गोली मारकर खुदकुशी कर ली। उस समय उसकी आईएएस पत्नी पी अमनीत कुमार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ अधिकारिक दौरे पर जापान गई हुई थी।
आईपीएस के सुसाइड नोट में कई अधिकारियों के नाम
चंडीगढ़ पुलिस को वाई पूरन कुमार के पास से एक फाइनल नोट मिला था, जिसमें तत्कालीन डीजीपी शत्रुजीत कपूर, रोहतक के तत्कालीन एसपी नरेंद्र बिजारणिया समेत अनेक आईएएस व आईपीएस अफसरों के नामों का जिक्र था। जापान दौरे से लौटने के बाद पी अमनीत कुमार की शिकायत पर चंडीगढ़ में केस दर्ज हुआ था। परिजनों ने वाई पूरन कुमार का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया था। मामला बढने पर प्रदेश सरकार ने रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया को हटा दिया और डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया।
एएसआई ने कर लिया सुसाइड
इस बीच 14 अक्टूबर को रोहतक के एसपी ऑफिस स्थित साइबर सैल में तैनात एएसआई संदीप लाठर ने रोहतक के लाढौत स्थित खेत में बने कमरे में खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। वह आईजी के गनमैन सुशील कुमार को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल था। मरने से पहले उसने अपने मोबाइल फोन में एक वीडियो रिकॉर्ड किया। जिसमें वाई पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद खुद को गोली मार ली। शव के पास से पुलिस को एक फाइनल नोट मिला था। जिसमें आरोप दोहराए गए थे और इस फाइनल नोट में वाई पूरन कुमार की पत्नी पी अमनीत कुमार और साले पंजाब के विधायक अमन रत्न का भी जिक्र किया था। इसके बाद वाई पूरन कुमार का पोस्टमार्टम हुआ और संस्कार किया गया। उधर ग्रामीण संदीप लाठर का शव लाढौत में मामा के घर लेकर गए। यहां पर भी दबाव बढने पर मृतक की पत्नी संतोष की शिकायत पर रोहतक के सदर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज हुआ। शिकायत में वाई पूरन कुमार की पत्नी और साले के नाम का जिक्र था। दोनों ही मामलों में एसआईटी का गठन किया गया है।
वायरल वीडियो में क्या
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सीसीटीवी फुटेज में टोपी पहने एक व्यक्ति ऑफिस में आकर कुछ लोगों से मिलता है। उसके बाद ऑफिस के कैबिन से एक व्यक्ति बाहर निकलता है और टोपी पहने उस व्यक्ति को अंदर लेकर चला जाता है। इसी सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाकर शराब कारोबारी ने आरोप लगाया था कि आईजी का गनमैन सुशील कुमार मंथली देने का दबाव बना रहा था। हालांकि अर्बन एस्टेट पुलिस स्टेशन में जब केस दर्ज हुआ तब वाई पूरन कुमार का रोहतक रेंज का ट्रांसफर सुनारिया ट्रेनिंग संस्थान में हो चुका था।
खुद के निजी आवास में मारी गोली
सूत्रों के अनुसार रोहतक की पुलिस टीम ने गनमैन सुशील कुमार को जिस समय गिरफ्तार किया, तब वह आईजी पूरन कुमार की कार में ही सवार था। बाद में उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया। पुलिस टीम इस मामले में वाई पूरन कुमार को नोटिस देने की तैयारी कर रही थी लेकिन उससे पहले उसने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित निजी आवास में गोली मारकर खुदकुशी कर ली। उस समय उसकी आईएएस पत्नी पी अमनीत कुमार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ अधिकारिक दौरे पर जापान गई हुई थी।
आईपीएस के सुसाइड नोट में कई अधिकारियों के नाम
चंडीगढ़ पुलिस को वाई पूरन कुमार के पास से एक फाइनल नोट मिला था, जिसमें तत्कालीन डीजीपी शत्रुजीत कपूर, रोहतक के तत्कालीन एसपी नरेंद्र बिजारणिया समेत अनेक आईएएस व आईपीएस अफसरों के नामों का जिक्र था। जापान दौरे से लौटने के बाद पी अमनीत कुमार की शिकायत पर चंडीगढ़ में केस दर्ज हुआ था। परिजनों ने वाई पूरन कुमार का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया था। मामला बढने पर प्रदेश सरकार ने रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया को हटा दिया और डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया।
एएसआई ने कर लिया सुसाइड
इस बीच 14 अक्टूबर को रोहतक के एसपी ऑफिस स्थित साइबर सैल में तैनात एएसआई संदीप लाठर ने रोहतक के लाढौत स्थित खेत में बने कमरे में खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। वह आईजी के गनमैन सुशील कुमार को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल था। मरने से पहले उसने अपने मोबाइल फोन में एक वीडियो रिकॉर्ड किया। जिसमें वाई पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद खुद को गोली मार ली। शव के पास से पुलिस को एक फाइनल नोट मिला था। जिसमें आरोप दोहराए गए थे और इस फाइनल नोट में वाई पूरन कुमार की पत्नी पी अमनीत कुमार और साले पंजाब के विधायक अमन रत्न का भी जिक्र किया था। इसके बाद वाई पूरन कुमार का पोस्टमार्टम हुआ और संस्कार किया गया। उधर ग्रामीण संदीप लाठर का शव लाढौत में मामा के घर लेकर गए। यहां पर भी दबाव बढने पर मृतक की पत्नी संतोष की शिकायत पर रोहतक के सदर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज हुआ। शिकायत में वाई पूरन कुमार की पत्नी और साले के नाम का जिक्र था। दोनों ही मामलों में एसआईटी का गठन किया गया है।