रामबाबू मित्तल, मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में हाल ही में भाजपा नेता विकुल चपराना द्वारा एक व्यापारी से बीच सड़क पर नाक रगड़वाने के मामले ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ, जिसके बाद भाजपा किसान मोर्चा ने विकुल चपराना को पद से हटा दिया था और पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए संबंधित पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया था।
अब इस मामले में नया मोड़ तब आया जब खुद पीड़ित व्यापारी ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी दो वीडियो जारी कर सभी से इस विवाद को यहीं समाप्त करने की अपील की है। वायरल वीडियो में व्यापारी हाथ जोड़कर कहते नजर आ रहे हैं, मैं पुलिस की कार्रवाई से संपूर्णता संतुष्ट हूं। सभी सोशल मीडिया यूजर्स से निवेदन है कि कृपया इसे आगे वायरल ना करें।
उन्होंने कहा- 'मेरी किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। धन्यवाद। व्यापारी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने भी मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। कई लोगों ने व्यापारी की शांति की अपील का समर्थन किया, वहीं कुछ ने इसे दबाव में दिया गया बयान बताया।'
क्या थी पूरी घटना?
पीड़ित व्यापारी ने बताया कि यह मामला 19 अक्टूबर का है। वह और उसका मित्र तेजगढ़ी चौपले के पास एक रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। उन्होंने अपनी गाड़ी एक किनारे खड़ी की थी, लेकिन जब वे बाहर निकले तो देखा कि उनकी गाड़ी के पीछे दूसरी गाड़ी खड़ी थी। आगे टेंट लगा था और पीछे गाड़ियों की लंबी कतार थी, जिससे वाहन निकालना मुश्किल हो गया था।
व्यापारी ने बताया, मैंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि कृपया अपनी गाड़ी हटा लें, ताकि मैं निकल सकूं। इसी बात को लेकर बहस हो गई और मामला बढ़ गया। आगे जो कुछ हुआ, वह सबने वीडियो में देखा। त्योहार का दिन था, इसलिए मैंने स्थिति को शांत करने के लिए माफी मांग ली। जो उस समय सही लगा, वही किया।
अब इस मामले में नया मोड़ तब आया जब खुद पीड़ित व्यापारी ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी दो वीडियो जारी कर सभी से इस विवाद को यहीं समाप्त करने की अपील की है। वायरल वीडियो में व्यापारी हाथ जोड़कर कहते नजर आ रहे हैं, मैं पुलिस की कार्रवाई से संपूर्णता संतुष्ट हूं। सभी सोशल मीडिया यूजर्स से निवेदन है कि कृपया इसे आगे वायरल ना करें।
उन्होंने कहा- 'मेरी किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। धन्यवाद। व्यापारी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने भी मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। कई लोगों ने व्यापारी की शांति की अपील का समर्थन किया, वहीं कुछ ने इसे दबाव में दिया गया बयान बताया।'
क्या थी पूरी घटना?
पीड़ित व्यापारी ने बताया कि यह मामला 19 अक्टूबर का है। वह और उसका मित्र तेजगढ़ी चौपले के पास एक रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। उन्होंने अपनी गाड़ी एक किनारे खड़ी की थी, लेकिन जब वे बाहर निकले तो देखा कि उनकी गाड़ी के पीछे दूसरी गाड़ी खड़ी थी। आगे टेंट लगा था और पीछे गाड़ियों की लंबी कतार थी, जिससे वाहन निकालना मुश्किल हो गया था।
व्यापारी ने बताया, मैंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि कृपया अपनी गाड़ी हटा लें, ताकि मैं निकल सकूं। इसी बात को लेकर बहस हो गई और मामला बढ़ गया। आगे जो कुछ हुआ, वह सबने वीडियो में देखा। त्योहार का दिन था, इसलिए मैंने स्थिति को शांत करने के लिए माफी मांग ली। जो उस समय सही लगा, वही किया।
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