ढाका: बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के सत्ता संभालते ही पाकिस्तान की बल्ले-बल्ले हो गई है। जो काम बांग्लादेश बनने के बाद पाकिस्तान 50 सालों में नहीं कर पाया, मोहम्मद यूनुस के आते ही उसने महज 15 महीने में कर दिखाया है। पाकिस्तान का एक युद्धपोत पहली बार बांग्लादेश के दौरे पर पहुंचा है। 1971 में पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बनने के बाद किसी पाकिस्तानी नौसैनिक जहाज की पहली बांग्लादेश यात्रा है। इस जहाज ने चार दिवसीय सद्भावना यात्रा के तहत शुक्रवार को चटगांव पोर्ट पर लंगर डाला। पाकिस्तानी युद्धपोत का पहुंचना इस बात का साफ संकेत है कि मोहम्मद यूनुस के राज में बांग्लादेश किस तरह से इस्लामाबाद के करीब जा रहा है।
बांग्लादेश नेवी ने किया स्वागत
यह युद्धपोत ऐसे समय में पहुंचा है जब पाकिस्तान के नौसेना प्रमुख एडमिरल नावीन अशरफ बांग्लादेश के दौरे पर हैं। बांग्लादेश नौसेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा, 8 नवम्बर को कैप्टन शुजात अब्बास राजा की कमान में पाकिस्तानी नौसेना का जहाज पीएनएस सैफ चटगांव बंदरगाह पहुंचा। आगमन पर चटगांव नौसेना क्षेत्र के कमांडर की ओर से जहाज का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
बयान के अनुसार, स्वागत समारोह में बांग्लादेश स्थित पाकिस्तानी दूतावास के प्रतिनिधि और बांग्लादेशी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इसमें आगे कहा गया कि इस सद्भावना यात्रा से बांग्लादेशी नौसेना और पाकिस्तान की नेवी के बीच दोस्ताना संबंधों के और मजबूत होने की उम्मीद है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के रक्षा संबंध
अगस्त 2024 में हिंसक छात्र आंदोलन के बाद शेख हसीना के सत्ता छोड़ने के बाद मोहम्मद यूनुस ने मुख्य सलाहकार के रूप में अंतरिम सरकार का कार्यभार संभाला था। इसके बाद से पाकिस्तान और बांग्लादेश के रक्षा संबंधों में तेजी से सुधार हुआ है। बांग्लादेश और पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने एक-दूसरे के देशों का दौरा किया है। पिछले महीने ही पाकिस्तान की सेना में नंबर 2 रैंक के जनरल ने बांग्लादेश के दौरा किया था।
भारत से बांग्लादेश को दूर कर रहे यूनुस
पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश के रक्षा संबंधों ने भारत की चिंता को बढ़ा दिया है। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली ढाका की अंतरिम सरकार बांग्लादेश को उसके करीबी दोस्त से दूर ले जाने के लिए हर जतन कर रही है। 1971 में बांग्लादेश की आजादी में भारत की अहम भूमिका थी। इसके बाद से ही ढाका ने पारंपरिक रूप से नई दिल्ली के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखे हैं। हालांकि, शेख हसीना के पतन के बाद आई यूनुस सरकार के कार्यकाल में ये संबंध निचले स्तर पर पहुंच गए हैं।
बांग्लादेश नेवी ने किया स्वागत
यह युद्धपोत ऐसे समय में पहुंचा है जब पाकिस्तान के नौसेना प्रमुख एडमिरल नावीन अशरफ बांग्लादेश के दौरे पर हैं। बांग्लादेश नौसेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा, 8 नवम्बर को कैप्टन शुजात अब्बास राजा की कमान में पाकिस्तानी नौसेना का जहाज पीएनएस सैफ चटगांव बंदरगाह पहुंचा। आगमन पर चटगांव नौसेना क्षेत्र के कमांडर की ओर से जहाज का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
बयान के अनुसार, स्वागत समारोह में बांग्लादेश स्थित पाकिस्तानी दूतावास के प्रतिनिधि और बांग्लादेशी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इसमें आगे कहा गया कि इस सद्भावना यात्रा से बांग्लादेशी नौसेना और पाकिस्तान की नेवी के बीच दोस्ताना संबंधों के और मजबूत होने की उम्मीद है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के रक्षा संबंध
अगस्त 2024 में हिंसक छात्र आंदोलन के बाद शेख हसीना के सत्ता छोड़ने के बाद मोहम्मद यूनुस ने मुख्य सलाहकार के रूप में अंतरिम सरकार का कार्यभार संभाला था। इसके बाद से पाकिस्तान और बांग्लादेश के रक्षा संबंधों में तेजी से सुधार हुआ है। बांग्लादेश और पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने एक-दूसरे के देशों का दौरा किया है। पिछले महीने ही पाकिस्तान की सेना में नंबर 2 रैंक के जनरल ने बांग्लादेश के दौरा किया था।
भारत से बांग्लादेश को दूर कर रहे यूनुस
पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश के रक्षा संबंधों ने भारत की चिंता को बढ़ा दिया है। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली ढाका की अंतरिम सरकार बांग्लादेश को उसके करीबी दोस्त से दूर ले जाने के लिए हर जतन कर रही है। 1971 में बांग्लादेश की आजादी में भारत की अहम भूमिका थी। इसके बाद से ही ढाका ने पारंपरिक रूप से नई दिल्ली के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखे हैं। हालांकि, शेख हसीना के पतन के बाद आई यूनुस सरकार के कार्यकाल में ये संबंध निचले स्तर पर पहुंच गए हैं।
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