काबुल: अफगानिस्तान और पाकिस्तान में तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात ने अब पाकिस्तान पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। इस्लामिक अमीरात ने उन दावों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी से छह बार संपर्क करने की कोशिश की थी। अमीरात ने पाकिस्तान के इन दावों को गलत बताया है।
इस्लामिक अमीरात ने खारिज किया बयान
अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात के विदेश मंत्रालय में जनसंपर्क प्रमुख हाफिज ज़िया अहमद तकाल ने एक्स पर लिखा कि दोनों पक्षों के बीच फोन पर बातचीत आपसी समझ और समन्वय के तहत हुई। उन्होंने बताया कि इशाक डार ने शुरुआत में स्थिति से अनभिज्ञता जताई थी और कहा था कि पूरी जानकारी मिलने के बाद वह फिर से संपर्क करेंगे।
तालिबान बोला- बयान से संबंधों को नुकसान
जिया अहमद तकाल ने आगे बताया कि दूसरी कोशिश के दौरान बातचीत हुई। हालांकि, उसके बाद इशाक डार ने फिर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन विभिन्न कारणों से संपर्क स्थापित नहीं हो सका। उन्होंने इशाक डार के हालिया बयानों का हवाला देते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियां दोनों देशों के बीच आपसी सम्मान और कूटनीतिक जुड़ाव की भावना के विपरीत हैं।
तालिबान पर दबाव डाल रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान सरकार तालिबान पर दबाव डालने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है। उसने पहले तो पाकिस्तान पर सैन्य दबाव बनाने की कोशिश की। नाकाम रहने पर अफगानिस्तान से लगी सीमा को बंद कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान में रह रहे अफगान लोगों को परेशान करना शुरू किया। अब झूठे बयान जारी कर तालिबान को गलत ठहराने की कोशिशें कर रहा है।
इस्लामिक अमीरात ने खारिज किया बयान
अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात के विदेश मंत्रालय में जनसंपर्क प्रमुख हाफिज ज़िया अहमद तकाल ने एक्स पर लिखा कि दोनों पक्षों के बीच फोन पर बातचीत आपसी समझ और समन्वय के तहत हुई। उन्होंने बताया कि इशाक डार ने शुरुआत में स्थिति से अनभिज्ञता जताई थी और कहा था कि पूरी जानकारी मिलने के बाद वह फिर से संपर्क करेंगे।
तालिबान बोला- बयान से संबंधों को नुकसान
जिया अहमद तकाल ने आगे बताया कि दूसरी कोशिश के दौरान बातचीत हुई। हालांकि, उसके बाद इशाक डार ने फिर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन विभिन्न कारणों से संपर्क स्थापित नहीं हो सका। उन्होंने इशाक डार के हालिया बयानों का हवाला देते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियां दोनों देशों के बीच आपसी सम्मान और कूटनीतिक जुड़ाव की भावना के विपरीत हैं।
तालिबान पर दबाव डाल रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान सरकार तालिबान पर दबाव डालने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है। उसने पहले तो पाकिस्तान पर सैन्य दबाव बनाने की कोशिश की। नाकाम रहने पर अफगानिस्तान से लगी सीमा को बंद कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान में रह रहे अफगान लोगों को परेशान करना शुरू किया। अब झूठे बयान जारी कर तालिबान को गलत ठहराने की कोशिशें कर रहा है।
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