बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान समाप्त हो गया है। इस चरण में 64.69 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो पिछले चुनावों की तुलना में एक रिकॉर्ड है। मुजफ्फरपुर जिले में सबसे अधिक वोटिंग हुई, जबकि अन्य जिलों में भी मतदान उत्साहपूर्ण रहा।
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण के मतदान के दौरान सुरक्षा और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे। पुलिस और केंद्रीय बलों की निगरानी के साथ-साथ मतदान केंद्रों पर विशेष उपाय किए गए थे, जिससे मतदाता अपनी जिम्मेदारी और अधिकारों के प्रति सजग होकर मतदान कर सके।
मुजफ्फरपुर जिले में मतदान का प्रतिशत सबसे अधिक रहने से यह संकेत मिलता है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मतदाताओं की भागीदारी संतोषजनक रही। अधिकारियों ने बताया कि इस चरण में कोई बड़ी अशांति नहीं हुई और मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।
पहले चरण के मतदान के समाप्त होने के बाद दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत कई वरिष्ठ नेता प्रचार में सक्रिय हो गए हैं। वहीं, विपक्षी नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी विभिन्न जिलों में जनता से संवाद कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि पहले चरण का मतदान यह संकेत देता है कि बिहार की जनता चुनावी प्रक्रिया में उत्साहित है और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में सक्रिय भूमिका निभा रही है। साथ ही, दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में नेताओं की भागीदारी और रैलियों का असर मतदाताओं पर पड़ सकता है।
राजनीतिक विश्लेषक यह भी मानते हैं कि दूसरे चरण में प्रचार की त्वरित गतिविधियां उम्मीदवारों के लिए निर्णायक साबित हो सकती हैं। प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों की रैलियों का उद्देश्य मतदाताओं को केंद्र की योजनाओं और विकास कार्यों के बारे में जागरूक करना है, जबकि विपक्षी दल अपने वादों और सरकार की आलोचना के जरिए मतदाताओं को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करें और मतदान प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या दबाव डालने की कोशिश न करें। साथ ही, मतदाताओं से भी आग्रह किया गया है कि वे अपने मत का प्रयोग जिम्मेदारी और स्वतंत्र रूप से करें।
इस तरह, बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान न केवल रिकॉर्ड तोड़ रहा है बल्कि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से संपन्न होने से यह लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक भी बन गया है। दूसरे चरण में नेताओं के प्रचार और जनता की सक्रिय भागीदारी के साथ यह चुनाव और रोमांचक होने की उम्मीद है।
कुल मिलाकर, पहले चरण का मतदान और दूसरे चरण के लिए प्रचार अभियान यह संदेश देते हैं कि बिहार में चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह सक्रिय, पारदर्शी और लोकतांत्रिक तरीके से चल रही है। जनता की बढ़ती भागीदारी और नेताओं की सक्रियता से यह चुनाव राज्य के लिए निर्णायक साबित होने जा रहा है।
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