न्यूयार्क , 5 नवंबर (Udaipur Kiran) . अमेरिका के प्रमुख शहर न्यूयार्क मे मंगलवार काे संपन्न मेयर चुनावाें में युगांडा में जन्मे 34 वर्षीय Indian मूल के ज़ोहरान क्वामे मामदानी ने जीत हासिल करके इतिहास रच दिया है.
शहर के सबसे युवा मेयर और Indian मूल के नेता के रूप मामदानी की जीत उनकी मां मीरा नायर काे गाैरान्वित करने के साथ ही भावुक बना देती है. उन्हाेंने साेशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर फिल्म निर्देशक जाेया अख्तर की एक स्टाेरी काे दाेबारा पाेस्ट किया जिसमें लिखा था, जाेहरान, द ब्यूटी. साथ ही जे जेड का गाना, एम्पायर स्टेट आफ माइंड भी साझा किया जाे न्यूयार्क की ऊर्जा काे दर्शाता है.
बाद में मीरा नायर ने वाेग इंडिया और फिल्म निर्देशक बिजाॅय शेटटी के साथ वार्ता में बेटे की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, मुझे लगता है कि जाेहरान हमें एक नए सवेरे और नए दिन की ओर ले जा रहा है. वह बिना किसी माफी के अपनी बहुआयामी दुनिया काे अपनाता है और उसे उत्सव की तरह मनाता है.
उन्हाेंने कहा कि उनका बेटा दुनिया काे सत्ता के चश्में से नहीं, बल्कि समानता न्याय और कामकाजी लाेगाें के सम्मान के नजरिए से देखता है.
इस शानदार चुनावी जीत के बाद एक जनवरी को शपथ लेने के साथ ही मामदानी नेतृत्व की एक नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करेंगे, जो सक्रियता, सहानुभूति और वैश्विक पहचान पर आधारित है. मामदानी के अभियान ने निष्पक्षता, समावेशिता और साहसिक प्रगतिशील बदलाव के संदेश के ज़रिए न्यूयॉर्क के मज़दूर वर्ग के दिलों में गहरी पैठ बनाई. करिश्माई, स्पष्टवादी और राजनीतिक रूढ़िवादिता को चुनौती देने से न डरने वाले मामदानी की जीत अमेरिका के प्रगतिशील आंदोलन के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ के अलावा डेमाेक्रेटिक पार्टी में भी एक नई जान फूंकती है.
18 अक्टूबर 1991 को युगांडा के कंपाला में जन्मे मामदानी महाद्वीपों और संस्कृतियों के संगम पर पले-बढ़े. उनके माता-पिता, प्रशंसित फिल्म निर्माता मीरा नायर और प्रख्यात विद्वान महमूद मामदानी ने उन्हें क्वामे नाम दिया, जो अफ्रीकी मुक्ति नेता क्वामे नक्रूमा के नाम पर था.
उनके माता-पिता दोनों Indian मूल के हैं. उनके पिता एक Gujaratी मुस्लिम थे, जिनका जन्म मुंबई में हुआ था जबकि वह युगांडा में पले-बढ़े थे. उनकी माँ एक Punjabी हिंदू परिवार से हैं जिनका जन्म राउरकेला में हुआ और वह भुवनेश्वर में पली-बढ़ी. जब ज़ोहरान सात साल के थे, तब उनका परिवार न्यूयॉर्क चला आया और यही शहर आगे चलकर उनका घर और उनका राजनीतिक मंच दोनों बना. उन्हाेंने ब्रोंक्स हाई स्कूल ऑफ साइंस से शिक्षा प्राप्त की और बाद में 2014 में मेन के बोडॉइन कॉलेज से ‘अफ्रीकाई ‘अध्ययन में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. वहाँ रहते हुए, उन्होंने ‘स्टूडेंट्स फ़ॉर जस्टिस इन फ़िलिस्तीन’ के कैंपस चैप्टर की सह-स्थापना की. यह उनके राजनीतिक जीवन की शुरूशात थी.
राजनीति में कदम रखने से पहले, मामदानी ने क्वींस में एक आवास परामर्शदाता के रूप में काम किया, जहाँ उन्होंने ज़ब्ती और बेदखली का सामना कर रहे अप्रवासी परिवारों की मदद की. बाद में, उन्होंने खादर अल-यतीम और रॉस बर्कन के अभियान प्रबंधक के रूप में ज़मीनी राजनीति में प्रवेश किया और एक आयोजक के रूप में अपने कौशल को निखारा.
2020 में वह सीधे ताैर पर चुनावी राजनीति में कूदे और पाँच बार निर्वाचित अरवेला सिमोटास को हराकर न्यूयॉर्क प्रांतीय असेंबली में सीट जीती. 2022 और 2024 में उन्हें निर्विरोध फिर से चुना गया, जो उनकी बढ़ती लोकप्रियता और विश्वसनीयता का प्रमाण है.
अक्टूबर 2024 में, मामदानी ने मेयर पद के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा की. हालांकि उनकी जीत का किसी काे भी अंदाजा नहीं था. बहरहाल अब मामदानी पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमाें और रिपब्लिकन कर्टिस स्लिया काे हराकर राजनीति में एक नए दाैर की शुरूआत करने जा रहे हैं.
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(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल
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