पंतनगर, 7 नवंबर (Udaipur Kiran) . Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कृषक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के सशक्तिकरण के बिना राष्ट्र का सशक्तिकरण अधूरा है. किसान भाईयों का परिश्रम और त्याग ही हमारी सच्ची पूंजी है और उनका पसीना हमारी ताकत है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विकसित भारत के निर्माण का सपना भी तभी साकार हो सकता है,जब हमारा किसान विकसित हो.
Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राज्य के रजत जयंती उत्सव के अवसर पर पंतनगर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में वृहद कृषक सम्मेलन का शुभारम्भ के मौके पर यह बातें कही. कार्यक्रम में कृषि,उद्यान,दुग्ध,मत्स्य, सहकारिता के प्रगतिशील कृषक व लखपति दीदीयों को Chief Minister की ओर से प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र व अंगवस्त्र भेटकर सम्मानित किया गया.
Chief Minister ने कार्यक्रम में आये सभी किसानों को Uttarakhand राज्य स्थापना के रजत जयंती पर्व की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि Uttarakhand निर्माण के सपने को साकार करने में अपना योगदान देने वाले और बीते 25 वर्षों में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में अपना अतुलनीय योगदान देने वाले किसानो को भी नमन किया. उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन केवल कृषि संबंधी योजनाओं की चर्चा के लिए एक आम कार्यकम नहीं है, बल्कि Uttarakhand के हमारे सभी किसान भाईयों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का भी अवसर है. उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश के संतुलित विकास के लिए यह आवश्यक है कि हमारे किसान भाइयों की परेशानियां कम हों, वे सशक्त बनें. हम सभी जानते हैं कि भारत आदि काल से ही एक कृषि प्रधान देश रहा है.
Chief Minister ने कहा कि खेती-किसानी के इर्द-गिर्द ही हमारा समाज विकसित हुआ, हमारी परम्पराएं पोषित हुईं और हमारे पर्व व त्योहार निर्धारित हुए. आज, देशभर के 11 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है,जिसके अंतर्गत Uttarakhand के भी लगभग 9 लाख के करीब अन्नदाताओं को सहायता राशि प्रदान की जा रही है.
उन्होंने कहा कि इन नीतियों के तहत बागवानी को प्रोत्साहन देने के लिए किसानों को 80 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान की जा रही है. मशरूम उत्पादन में आज उत्तराखण्ड देश में पांचवें स्थान पर है. राज्य गठन के समय जहां मशरूम का उत्पादन मात्र 500 मैट्रिक टन उत्पादन था, वहीं आज यह बढ़कर 27,390 मैट्रिक टन हो गया है. इसी प्रकार शहद उत्पादन में भी राज्य देश में आठवें स्थान पर पहुंचा है और अब 3,320 मैट्रिक टन शहद का उत्पादन किया जा रहा है.
Chief Minister ने कहा कि आज जहां एक ओर सभी प्रमुख फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य में अभूतपूर्व वृद्धि कर किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य प्रदान किया जा रहा है. वहीं, . उन्होंने कहा कि हम एक ओर जहां प्रदेश में किसानों को तीन लाख रूपए तक का ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध करा रहे हैं, वहीं कृषि उपकरण खरीदेने के लिए फार्म मशीनरी बैंक योजना के माध्यम से 80 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी प्रदान कर रहे हैं. यहीं नहीं, हमने किसानों के हित में नहरों से सिंचाई को पूरी तरह मुफ्त करने का काम किया है.
बागवानी प्रोत्साहन देने के लिए 80 प्रतिशत तक सब्सिडी:
Chief Minister ने कहा कि हम जहां एक ओर गेहूं खरीद पर किसानों को 20 रूपये प्रति क्विंटल का बोनस प्रदान रहे हैं, वहीं हमने गन्ने के रेट में भी 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की है. इसके अतिरिक्त, हमने Uttarakhand के पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा आधारित खेती को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए लगभग 1,000 करोड़ रुपये की लागत से Uttarakhand क्लाइमेट रिस्पॉन्सिव रेन-फेड फार्मिंग प्रोजेक्ट भी स्वीकृत किया है. उन्होंने कहा कि सरकार सब्जियों की तरह ही फलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी विभिन्न स्तरों पर काम कर रही है. हमारी सरकार ने 1200 करोड़ रुपये की लागत से नई सेब नीति, कीवी नीति, स्टेट मिलेट मिशन और ड्रैगन फ्रूट नीति जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू किया है.
टी टूरिज्म को दिया जा रहा है बढ़ावा
Chief Minister ने कहा कि बागवानी के समग्र विकास के िलए जापान सहयोगित उत्तराखण्ड एकीकृत औद्यानिक विकास परियोजना के तहत 526 करोड़ रुपये की बाह्य सहायतित परियोजना टिहरी, उत्तरकाशी, नैनीताल और पिथौरागढ़ जनपदों में लागू की जा रही है. उन्होंने कहा कि सगंध पौधा केन्द्र द्वारा लैमनग्रास, मिन्ट, गुलाब, तेजपात, कैमोमिल जैसी फसलों को प्रोत्साहन देकर 9,500 हेक्टेयर क्षेत्र में सगंध खेती विकसित की गई है, जिससे 28,000 से अधिक कृषक 109 एरोमा क्लस्टरों के माध्यम से जुड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि चाय उत्पादन में भी राज्य ने उल्लेखनीय प्रगति की है. राज्य गठन के समय जहाँ केवल 196 हेक्टेयर में चाय की खेती होती थी, वहीं आज यह 1,585 हेक्टेयर तक विस्तृत हो चुकी है. अब प्रदेश में छः लाख किलोग्राम हरी पत्तियाँ उत्पादित हो रही हैं और लगभग डेढ़ लाख किलोग्राम प्रसंस्कृत चाय तैयार की जा रही है. उन्होंने कहा कि टी-टूरिज्म को बढ़ावा देते हुए चम्पावत के सिलिंगटॉग, नैनीताल के श्यामखेत व घोड़ाखाल, तथा बागेश्वर के कौसानी में चाय बागानों को पर्यटन से जोड़ा गया है, जिससे स्थानीय युवाओं को नए रोजगार अवसर प्राप्त हो रहे हैं.
कृषि के क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने का है हमारा प्रयास
Chief Minister ने कहा कि रजत जयंती वर्ष में हम Uttarakhand का किसान-Uttarakhand का गौरव के संदेश के साथ एक नई शुरुआत कर रहे हैं. उन्होंने सबसे आह्वान करते हुए कहा कि आइए, हम सभी मिलकर Uttarakhand को समृद्ध, आत्मनिर्भर और आधुनिक कृषि राज्य बनाएं. क्योंकि आपका परिश्रम, हमारी नीतियां और केंद्र सरकार का सहयोग, यही मिलकर हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ, समृद्ध और स्वर्णिम भविष्य का निर्माण करेंगे, और Uttarakhand को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के हमारे विकल्प रहित संकल्प को पोषित करने में सार्थक सिद्ध होंगे. इस दौरान Chief Minister ने विभिन्न स्टालो का निरीक्षण भी किया.
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 25 वर्षों में कृषि एवं उद्यान के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं. उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जितनी चिंता सीमा पर खड़े जवान की करते हैं, उतनी ही चिंता किसान की भी करते हैं. उन्होंने कहा कि बागवानी के क्षेत्र में Uttarakhand अब कश्मीर और हिमाचल के बाद तीसरे स्थान पर है. मंत्री जोशी ने कहा कि राज्य सरकार ने ड्रैगन फ्रूट, एप्पल, कीवी और मिलेट के लिए विशेष नीतियां तैयार की हैं ताकि किसानों को अधिक लाभ मिल सके. प्रदेश की महिलाएं भी आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही हैं. समूहों के माध्यम से महिलाएं आजीविका संवर्धन का कार्य कर रही हैं और अब तक 1.65 लाख महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रीय विधायक तिलकराज बेहड़ ने कहा कि Chief Minister पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश दिनों दिन प्रगति कर रहा है व Chief Minister निरंतर कृषकों के बीच जाते रहते हैं और संवाद भी करते हैं. उन्होने कहा कि हमे दलगत राजनीति से उपर उठकर जनसमस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करना होगा.
इस अवसर पर दायित्वधारी अनिल कपूर डब्बू, बलराज पासी,उत्तम दत्ता,खतीब अहमद, महापौर विकास शर्मा, दीपक बाली, सचिव Chief Minister एवं कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत,सचिव एसएन पाण्डे,जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ Superintendent of Police नैनीताल मंजूनाथ टीसी, सहित अनेक जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में कृषक बन्धु मौजूद थे.
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
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