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पहले एमपी ऑनलाइन से ई एफआईआर करो फिर 24 घंटे बाद आना, वाहन चोरी के मामलों में भटक रहे पीड़ित

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जबलपुर, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । जनता की सुविधा के लिए शुरू की गई ई-सेवा, जागरूकता के अभाव में कई जगह परेशानी का सबब बन रही है। इसी के तहत पुलिस विभाग ने ई-एफआईआर सेवा प्रारंभ की है। परंतु इसकी सार्थकता केवल अधिकारियों तक ही सीमित रह गई है। निचले स्तर पर थानों में इसकी उपयोगिता क्या है और यह कितनी सार्थक है इसके लिए कोई जागरूकता या ट्रेनिंग शायद नहीं दी गई। जिसका परिणाम ये है कि लोग वाहन चोरी होने के बाद तुरंत उसकी रिपोर्ट लिखवाने जब थाने पहुंचते हैं तो वहां बैठे पुलिसकर्मी उनसे स्पष्ट कहते हैं कि पहले जाकर एमपी ऑनलाइन में ई-एफआईआर करो। लिहाजा लोग एमपी ऑनलाइन में जाकर ई-एफआईआर के लिए भटकते हैं।

हाल ही में दो दिन पूर्व एक ऐसा मामला मदन महल थाना अंतर्गत सामने आया, जहां रात्रि 11:00 बजे एक स्कूटर चोरी हो गया। जिसकी शिकायत दर्ज कराने वाहन मालिक तुरंत मदन महल थाने पहुंचा लेकिन वहां बैठे स्टाफ ने उससे कहा कि जाकर पहले एमपी ऑनलाइन में एफआईआर करो। इसके बाद वह व्यक्ति देर रात तक एमपी ऑनलाइन सेंटर तलाशता रहा। सेंटर खुले न मिलने पर दूसरे दिन उसने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई । इस शिकायत को लेकर वह जब थाने पहुंचा तो उसको फिर टका सा जवाब दे दिया गया कि अभी हमारे पोर्टल पर यह डिटेक्ट नहीं हो रही जब होगी तब एफआईआर की जाएगी तुम तीन दिन बाद आना। पीड़ित व्यक्ति ने इसकी सूचना सक्षम माध्यम से कोतवाली सीएसपी रितेश शिव को दी, तब जाकर उसकी तीसरे दिन एफआईआर लिखी गई।

इस संंबंध में पीड़ित अमन जैन ने बताया कि उसका वाहन 18 तारीख की रात्रि 11:00 बजे चोरी हुआ था जिसके लिए उसे थाने में भटकाया गया । संबंधित माध्यमों से जब अधिकारियों से बात हुई इसके बाद उसकी एफआईआर लिखी गई। वहीं इस मामले में थाने के स्टाफ से बात की गई तो उनका कहना है कि ऐसा नियम है कि वाहन चोरी के मामले में पहले ई-एफआईआर की जाए तब आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं थाना प्रभारी संगीता सिंह को मामला ज्ञात होने पर एवं वरिष्ठ अधिकारियों से मिले निर्देश पर इस मामले पर तुरंत एफआईआर दर्ज कराई।

दूसरी ओर मामले में जब एसपी का पक्ष जाना गया तो जबलपुर एसपी सम्पत उपाध्याय का स्पष्ट कहना है कि ऐसा कोई नियम नहीं है। सारे थानों को यह निर्देश हैं कि यदि पीड़ित थाने आता है तो उसकी तत्काल एफआईआर दर्ज करना चाहिए, इस मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाती। हमारी प्राथमिकता है की घटना के बाद तुरंत उसकी कायमी हो, यदि कहीं इस प्रकार की शिकायत आती है तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक

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