राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के बागौर थाना क्षेत्र के लेसवा गाँव के एक सरकारी स्कूल में शुक्रवार को हंगामा हो गया। स्कूल के उप-प्रधानाचार्य रणवीर सैनी पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि रणवीर बच्चों को सनातन धर्म के खिलाफ भड़काता था। वह बच्चों को मंदिर न जाने, मूर्ति पूजा न करने और चोटी (शिखा) न रखने को अंधविश्वास बताता था। इससे नाराज ग्रामीण स्कूल पहुँच गए और उप-प्रधानाचार्य से तीखी बहस की।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
हंगामे की सूचना मिलते ही बागौर थाना प्रभारी भंवर लाल जाट पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुँचे। उन्होंने गुस्साए ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने उप-प्रधानाचार्य रणवीर सैनी को शांति भंग की धाराओं में गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि रणवीर सैनी स्कूल में पाँचवीं से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाते हैं। मामले की जाँच शुरू कर दी गई है।
शिक्षा विभाग ने तुरंत कार्रवाई की
मामले की गंभीरता को देखते हुए मांडल ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (सीबीईओ) सत्यनारायण नागर ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने स्कूल के प्रधानाचार्य श्यामलाल सेन और उप-प्रधानाचार्य रणवीर सैनी को एपीओ (अवैतनिक अवकाश) पर कर दिया। अब दोनों का मुख्यालय ब्लॉक शिक्षा कार्यालय मांडल होगा। सीबीईओ ने बताया कि इस मामले की गहनता से जाँच के लिए एक कमेटी गठित की गई है, जो सभी आरोपों की जाँच करेगी।
बच्चों ने की थी शिकायत
बताया जा रहा है कि कुछ समय से बच्चे अपने अभिभावकों से उप-प्रधानाचार्य की हरकतों की शिकायत कर रहे थे। शुक्रवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और वे स्कूल पहुँच गए। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
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