प्रदेश के महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब नए शैक्षणिक सत्र में ही शिक्षक मिलेंगे। प्रदेश के 3737 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए शिक्षा विभाग ने पिछले साल 25 अगस्त को चयन परीक्षा आयोजित की थी। चयन परीक्षा का परिणाम 23 दिसंबर को घोषित किया गया जिसमें करीब 30 हजार शिक्षक उत्तीर्ण हुए। लेकिन परीक्षा परिणाम जारी होने के चार महीने बाद भी इन शिक्षकों को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पदस्थापना नहीं मिल पाई है। दो दिन बाद कक्षा 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। ये परीक्षाएं 8 मई तक चलेंगी।
17 मई से प्रदेश के स्कूलों में ग्रीष्मकालीन छुट्टियां शुरू हो जाएंगी। 1 जुलाई से स्कूल खुलेंगे। ऐसे में अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए चयनित शिक्षकों का जिला आवंटन और पदस्थापना अब संभव नहीं लग रहा है। स्थिति यह है कि प्रदेश के महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में करीब 17 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। विद्यार्थियों की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं समाप्त हो चुकी हैं लेकिन इन स्कूलों में अभी तक शिक्षकों की पदस्थापना नहीं हो पाई है। अब दो दिन बाद स्कूल स्तर की वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। फिर गर्मी की छुट्टियां, ऐसे में जुलाई से पहले स्कूलों को योग्य शिक्षक मिलना संभव नहीं है।
इसका असर नामांकन पर भी पड़ेगा
प्रदेश में संचालित महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों का असर नामांकन पर भी पड़ेगा। हाल ही में शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में प्रवेशोत्सव कार्यक्रम जारी किया है। लेकिन इसमें कहीं भी महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का जिक्र नहीं किया गया है।
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