नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर प्राकृतिक जलस्रोतों में शामिल तेलीनाडा की नाडी के आसपास कई दर्जन पक्के निर्माण हो चुके हैं। इन निर्माणों की वजह से इसका पूरा कैचमेंट एरिया ही समाप्त हो गया है। बीकानेर रेलवे फाटक पार कृषि मंडी क्षेत्र एवं आसपास के इलाकों में इसके पानी आवक के क्षेत्र में बने मकानों के कारण अब बरसात का पानी इस नाडी तक नहीं पहुंच पाता है। इसकी वजह से पूरी नाड़ी कई बरसातों के के बाद पूरी नहीं भरी है।
नहीं भर पाती है अब यह नाडी
तेलीनाडा की नाडी का कैचमेंट एरिया में पिछले कुछ वर्षों के दौरान दर्जनों की संया में हुए निर्माणों की वजह से पानी की आवक पर लगाम लग गई है। बताया जाता है कि करीब बीस साल पहले यह नाडी पहली ही तेज बरसात में काफी भर जाती थी। नाडी भरने के बाद दूर से ही नजर आती थी। इसके पूरे कैचमेंट एरिया में हुए निर्माणों ने नाड़ी का मूल स्वरूप ही बिगाड़ कर रख दिया। इसका भौगोलिक ढांचा भी बिगाड़ दिया है। इस कारण इसका आकार काफी छोटा गया है। जानकारों की माने तो पिछले दस -पंद्रह वर्षों के दौरान कैचमेंट एरिया में आई निर्माणों की बाढ़ ने इस पूरी नाडी का स्वरूप बिगाड़ दिया है।
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