अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए लोग बैंक में सेविंग अकाउंट खुलवाते हैं और अपने पैसों को जमा करते हैं. इससे पैसे तो सुरक्षित रहते ही हैं. साथ में इसमें 2 से 3 प्रतिशत की ब्याज दर से रिटर्न भी मिलता है. वहीं दूसरी तरफ कई लोग बैंक एफडी में अपने पैसों को डाल देते हैं. बैंक एफडी में आपके पैसे एक निश्चित समय के लिए लॉक हो जाते हैं. इसमें आपको 6 से 9 प्रतिशत की ब्याज दर से रिटर्न मिलता है. ऐसे में एफडी में पैसे डालना ज्यादा फायदेमंद है लेकिन पैसों की जरूरत पड़ने पर एफडी से अचानक से पैसे निकाला थोड़ा मुश्किल होता है. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे तरीके के बारे में बताएंगे, जिससे आप अपने सेविंग अकाउंट में भी एफडी जैसा ब्याज पा सकते हैं. आइए जानते हैं. स्वीप-इन-एफडीअपने सेविंग अकाउंट में एफडी जितना ब्याज पाने के लिए आप स्वीप-इन-एफडी को अपना सकते हैं. स्वीप-इन-एफडी एक ऑटो-स्वीप सर्विस है, जिसमें आपके द्वारा एक तय लिमिट के ऊपर पैसे होने पर आपके एक्स्ट्रा पैसे अपने आप एफडी में चले जाते हैं और आपको एफडी की ब्याज दर से रिटर्न मिलने लगता है. आप अपने बैंक जाकर अपने सेविंग अकाउंट में स्वीप-इन-एफडी का ऑप्शन चुन सकते हैं. स्वीप-इन-एफडी की अवधि और ब्याज दरेंहर बैंक अपने ग्राहकों को स्वीप-इन-एफडी में अलग अलग अवधि, मिनिमम अमाउंट और ब्याज दर ऑफर करता है. आपको अकाउंट में जब भी एक तय लिमिट के बाद एफडी की लिमिट तक एक्स्ट्रा पैसे होते हैं, वह अपने आप एफडी में चले जाते हैं. अगर आप जरूरत पड़ने पर अपने पैसे निकालना चाहते हैं तो आप सामान्य तरीके से अपने पैसे निकाल भी सकते हैं. इसके लिए आपको केवल 1 प्रतिशत की ब्याज दर तक की पेनल्टी चुकानी पड़ सकती है. यह अलग अलग बैंक की अलग अलग होती है.
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