बिहार
पटना/स्वराज टुडे: बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने एक देह व्यापार रैकेट का पर्दाफाश किया है। कदमकुआं क्षेत्र में एक मकान पर छापेमारी के दौरान कई लड़कियों को मुक्त कराया गया। पुलिस की कार्रवाई से पहले ही रैकेट के संचालक आदित्य आनंद उर्फ अमन और उसकी पत्नी वहां से भागने में सफल रहे।
पुलिस के अनुसार, इस रैकेट में आदित्य की पत्नी की भी संलिप्तता है। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कदमकुआं में लड़कियों को झांसा देकर वेश्यावृत्ति में धकेलने का काम चल रहा है।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छापेमारी की योजना बनाई और लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
रैकेट का modus operandi
एक अधिकारी ने बताया कि आदित्य पहले लड़कियों को नौकरी दिलाने का लालच देता था और फिर उन्हें अपने फ्लैट पर ले जाकर नशा देकर गलत काम करता था। इसके बाद वह उन्हें धमकाकर वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर करता था।
मुक्त कराई गई लड़कियों में एक नाबालिग भी शामिल है, जो दिसंबर में घर से भाग गई थी। आदित्य और उसकी पत्नी लड़कियों को होटलों में भेजते थे और उनके मोबाइल फोन छीन लेते थे ताकि वे किसी से संपर्क न कर सकें।
पुलिस ने बताया कि लड़कियों की तस्वीरें पहले व्हाट्सएप पर भेजी जाती थीं, और डील होने पर उन्हें भेज दिया जाता था।
महाकुंभ के दौरान खुला राज
जब पुलिस ने छापा मारा, तब आदित्य और उसकी पत्नी फरार हो गए थे। पुलिस का कहना है कि वे महाकुंभ के लिए प्रयागराज गए थे। इस बीच, एक लड़की ने अपने परिवार को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।
मुक्त कराई गई लड़कियों में एक आरा, एक मधेपुरा, और एक पटना की निवासी है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और रैकेट के सभी पहलुओं को उजागर करने का प्रयास कर रही है।
आदित्य और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, और उनकी गिरफ्तारी से और भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना है। मुक्त की गई लड़कियों को बालिका गृह भेजा गया है।
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