मुंबई, 25 अप्रैल . वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत के इक्विटी बाजार ने मजबूती का प्रदर्शन किया और दुनिया भर में ट्रेड-टैरिफ के चलते आए बदलावों के बीच अच्छी स्थिति बरकरार रखी. यह जानकारी शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई.
मार्च में बीएसई 500 ने 6.25 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की, जो 15 महीनों में इसका सबसे अच्छा मासिक प्रदर्शन रहा. यह दर्शाता है कि बाजार की अधिकता का अधिकांश हिस्सा संभवतः ठीक हो गया है.
पीएल कैपिटल ग्रुप (प्रभुदास लीलाधर) की एसेट मैनेजमेंट ब्रांच पीएल एसेट मैनेजमेंट की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के मैक्रो फंडामेंटल मजबूत बने हुए हैं. मजबूत घरेलू खपत, पूंजीगत व्यय और मैन्युफैक्चरिंग अपसाइकल से वित्त वर्ष 2025 में जीडीपी वृद्धि 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
मार्च में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई बढ़कर 58.1 हो गया, जो आठ महीने का उच्चतम स्तर है. जबकि, जनवरी में औद्योगिक उत्पादन में सालाना आधार पर 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
अप्रैल 2025 में अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के फिर से उभरने से वैश्विक सूचकांकों पर असर पड़ा है, जो 2018 के व्यापार युद्ध के दौरान आखिरी बार देखे गए बाजार व्यवहार की याद दिलाता है.
जबकि, एसएंडपी 500 और नैस्डैक जैसे सूचकांक क्रमशः 13 प्रतिशत और 11 प्रतिशत तक गिर गए, भारत का निफ्टी 50 अपेक्षाकृत मजबूत रहा, जो केवल 3 प्रतिशत गिरा.
रिपोर्ट में बताया गया है, “उच्च जोखिम कारकों के प्रसार की संभावना लगभग खत्म हो गई है, यह एक ऐसा बिंदु है, जिससे ऐतिहासिक रूप से बाजार एक रिकवरी फेज में प्रवेश कर गए हैं. हाल के महीनों में, क्वालिटी फैक्टर नीचे चला गया और अब हम मूल्य की ओर वापस आने के शुरुआती संकेत देख रहे हैं.”
मोमेंटम का प्रभुत्व तेजी से फीका पड़ गया है, क्योंकि निवेशक कम अस्थिरता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. स्मॉलकैप का बेहतर प्रदर्शन कम हो गया है और लार्जकैप में वापस आने के साथ यह आकार और स्थिरता के लिए बाजार की प्राथमिकता को दर्शाता है.
यह दिखाता है कि बाजार खुद को रिकवरी फेज के लिए तैयार कर रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया है, “2025 की शुरुआत में हालिया रुझान अपने निचले स्तर के करीब शेयरों में मामूली वृद्धि दर्शाता है, जो संभावित अनिश्चितताओं या सुधारों के बीच निवेशकों के बीच सावधानी बरतने के संकेत देते हैं.”
–
एसकेटी/एबीएम
The post first appeared on .
You may also like
दक्षिण चीन सागर के मूंगा चट्टान की पारिस्थितिकी व्यवस्था पर जांच रिपोर्ट जारी
सुप्रीम कोर्ट ने वीर सावरकर मामले में राहुल गांधी के 'अहंकार को लगाई फटकार' : राम कदम
चित्रकूट में पति ने पत्नी की हत्या की, परिवार में मचा हड़कंप
'सावरकर पर ऐसा बयान अस्वीकार्य, अब गलती की तो…', सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार
बेशर्मी की हद: पाकिस्तान के डिप्टी पीएम ने कहा, 'पहलगाम पर हमला करने वाले स्वतंत्रता सेनानी हो सकते हैं'