किगाली, 25 अक्टूबर . रवांडा बायोमेडिकल सेंटर (आरबीसी) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, पिछले नौ महीनों में रवांडा में मलेरिया के मामलों में काफी तेजी आई है.
आरबीसी ने बुधवार को बताया कि जनवरी से सितंबर तक देश भर में मलेरिया से लगभग 5,18,000 लोग संक्रमित हुए, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 3,70,000 थी. आंकड़ों से यह भी पता चला कि संक्रमित लोगों में से 61,000 लोगों की मौत हुई.
आरबीसी में मलेरिया प्रभाग के प्रमुख एमेबल म्बितुयुमुरेमी ने इस वृद्धि का जिम्मेदार बरसात के मौसम को बताया, जिसने मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के लिए अधिक प्रजनन भूमि तैयार की. इसी अवधि के दौरान गंभीर मलेरिया के लगभग 1,900 मामले दर्ज किए गए.
उन्होंने कहा कि मलेरिया की रोकथाम और नियंत्रण उपायों को मजबूत किया जाएगा. इसके साथ ही अधिक सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को मामलों का तुरंत प्रबंधन करने और गंभीर परिणामों को रोकने पर काम किया जाएगा.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने रवांडा ब्रॉडकास्टिंग एजेंसी के हवाले से बताया, वर्तमान में रवांडा में सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने समुदायों के भीतर मलेरिया के लगभग 60 प्रतिशत मामलों को संभालते हैं.
इस साल की शुरुआत में जारी आरबीसी डेटा के अनुसार मामलों में हाल ही में वृद्धि के बावजूद रवांडा ने पिछले सात वर्षों में मलेरिया के मामलों को 88 प्रतिशत तक कम करने में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है, जिसका श्रेय व्यापक सामुदायिक भागीदारी और अन्य हस्तक्षेपों को जाता है.
मलेरिया के मामले 2017 में लगभग 50 लाख से घटकर 2023 में छह लाख हो गए. रवांडा का लक्ष्य 2030 तक मलेरिया को खत्म करना है.
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एमकेएस/एकेजे
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