लखनऊ: विजिलेंस की लखनऊ और वाराणसी सेक्टर की टीमों ने सोमवार को गाजीपुर से चकबंदी अधिकारी गजाधर सिंह और सीतापुर से बिजली विभाग के अवर अभियंता (JE) सुनील कुमार पाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।विजिलेंस के मुताबिक गाजीपुर निवासी विनीत कुमार राय ने 22 अगस्त को ग्राम मौंधिया में सीमांकन के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। इसके एवज में गजाधर सिंह ने उनसे 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। विजिलेंस विभाग की टीम ने शिकायत की गोपनीय जांच की तो आरोप सही मिला। इसपर टीम चकबंदी अधिकारी के शास्त्री नगर स्थित किराये के मकान पर पहुंची। जहां 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए चकबंदी अधिकारी गजाधर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही आगे की कार्रवाई के लिए वाराणसी लेकर चली गई। वहीं, सीतापुर के तालगांव निवासी सुरेंद्र कुमार ने शिकायत की थी कि विद्युत उपकेंद्र कसरैला के JE सुनील कुमार पाल बिजली कनेक्शन के एवज में उनसे 10 हजार रुपये मांग रहे हैं। सोमवार को विजिलेंस टीम ने हुसैनगंज उपकेंद्र पर अवर अभियंता के कार्यालय में छापा मारा। जेई को 10 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। विजिलेंस टीम जेई और कंप्यूटर ऑपरेटर सोनू यादव को साथ लेकर लखनऊ रवाना हो गई। इस कार्रवाई से बिजली विभाग में अफरा-तफरी मच गई। आस-पड़ोस के लोगों को जब कुछ पता चला, तब तक विजिलेंस टीम चली गई। लखनऊ में जेई और सोनू यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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