लंदन: मौजूदा साल यानी 2025 को लेकर भविष्यवक्ताओं ने कुछ ऐसे दावे किए हैं, जो एक बड़े वर्ग को डरा रहे हैं। ये दावे चार अलग-अलग भविष्यवक्ताओं ने किए हैं, जो अलग समय और अलग देशों में पैदा हुए हैं। इनकी भविष्यवाणी में ये समानता है कि ये चारों ही 2025 में एक बड़ी तबाही आने का अंदेशा जताते हैं। इनका साल 2025 में विश्व युद्ध जैसा भीषण संघर्ष, प्राकृतिक आपदा, साइबर युद्ध और धर्म और राष्ट्रवाद के नाम पर हिंसा का दावा है। ये दावा करने वाले चार भविष्यवक्ता- बाबा वेंगा, नास्त्रेदमस, एथोस सालोमे और निकोलस औजुला हैं। ऐसे में भविष्यवाणी में विश्वास करने वाले इससे डरे हुए हैं।
इस कड़ी में पहला नाम साल 1911 में जन्मी बाबा वेंगा का है, जो अपनी मौत से पहले किए गए सटीक पूर्वानुमानों के चलते 'बाल्कन की नास्त्रेदमस' कही जाती हैं। उनकी 9/11 की घटना, राजकुमारी डायना की मौत और हाल की म्यांमार भूकंप की भविष्यवाणी सही साबित हुई है। मौजूदा साल के आखिर तक उन्होंने यूरोप में भीषण युद्ध छिड़ने की भविष्यवाणी की है, जिसे उन्होंने मानवता के पतन की शुरुआत और वैश्विक आबादी के लिए एक खतरा कहा है।
ब्रिटेन बड़े युद्ध में उलझेगामध्यकाल के फ्रांस के मशहूर भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने भी मौजूदा साल में तबाही की बात कही है। एडॉल्फ हिटलर के उदय से लेकर कोविड महामारी तक की भविष्यवाणी करने का श्रेय उनकी 1555 की प्रसिद्ध पुस्तक लेस प्रोफेटीज को दिया जाता है। उनकी ये पुस्तक कहती है कि इस साल ब्रिटेन बड़ा संघर्ष देखेगा। नास्त्रेदमस की इस पुस्तक में लिखा है, 'इंग्लैंड के लोग एक बड़ी हलचल देखेंगे। उसके किनारों पर क्रूर युद्ध होंगे। ये युद्ध इतने क्रूर होंगे कि अंदर और बाहर दुश्मन खड़े हो जाएंगे।
बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस के अलावा 38 वर्षीय ब्राजीलियाई एथोस सलोमी का भी मानना है कि तीसरा विश्व युद्ध दस्तक देने वाला है। उनका कहना है कि इस साल का सबसे बुरा समय आना अभी बाकी है। इस साल का संघर्ष पिछले वर्षों की तुलना में बहुत भयावह होगा क्योंकि तकनीक और साइबर युद्ध 21वीं सदी में अहम हथियार बन जाएंगे। एथोस को महारानी एलिजाबेथ की मौत की भविष्यवाणी करने से प्रसिद्धि मिली। इसके चलते उनको जीवित नास्त्रेदमस कहा जाता है।
एक बड़ी हिंसा हम देखेंगेइस लिस्ट चौथा नाम लंदन के हिप्नोथेरेपिस्ट निकोलस औजुला का है। 38 वर्षीय औजुला का मानना है कि इस साल बड़ा युद्ध छिड़ेगा है। उनका कहना है कि इस साल हम धर्म और राष्ट्रवाद के नाम पर एक-दूसरे के प्रति मानवीय बुराई और हिंसा के भयानक कृत्य देखेंगे। इन चारों- जो जीवित और दो मृत भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणी इसलिए भी लोगों में दहशत पैदा कर रही कर रही है क्योंकि दुनिया के कई हिस्सों में अशांति बढ़ रही है। रूस-यूक्रेन का युद्ध जारी है तो गाजा में हालात भयावह होते जा रहे हैं। वहीं पाकिस्तान और भारत के बीच भी लगातार तनाव बना हुआ है।
इस कड़ी में पहला नाम साल 1911 में जन्मी बाबा वेंगा का है, जो अपनी मौत से पहले किए गए सटीक पूर्वानुमानों के चलते 'बाल्कन की नास्त्रेदमस' कही जाती हैं। उनकी 9/11 की घटना, राजकुमारी डायना की मौत और हाल की म्यांमार भूकंप की भविष्यवाणी सही साबित हुई है। मौजूदा साल के आखिर तक उन्होंने यूरोप में भीषण युद्ध छिड़ने की भविष्यवाणी की है, जिसे उन्होंने मानवता के पतन की शुरुआत और वैश्विक आबादी के लिए एक खतरा कहा है।
ब्रिटेन बड़े युद्ध में उलझेगामध्यकाल के फ्रांस के मशहूर भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने भी मौजूदा साल में तबाही की बात कही है। एडॉल्फ हिटलर के उदय से लेकर कोविड महामारी तक की भविष्यवाणी करने का श्रेय उनकी 1555 की प्रसिद्ध पुस्तक लेस प्रोफेटीज को दिया जाता है। उनकी ये पुस्तक कहती है कि इस साल ब्रिटेन बड़ा संघर्ष देखेगा। नास्त्रेदमस की इस पुस्तक में लिखा है, 'इंग्लैंड के लोग एक बड़ी हलचल देखेंगे। उसके किनारों पर क्रूर युद्ध होंगे। ये युद्ध इतने क्रूर होंगे कि अंदर और बाहर दुश्मन खड़े हो जाएंगे।
बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस के अलावा 38 वर्षीय ब्राजीलियाई एथोस सलोमी का भी मानना है कि तीसरा विश्व युद्ध दस्तक देने वाला है। उनका कहना है कि इस साल का सबसे बुरा समय आना अभी बाकी है। इस साल का संघर्ष पिछले वर्षों की तुलना में बहुत भयावह होगा क्योंकि तकनीक और साइबर युद्ध 21वीं सदी में अहम हथियार बन जाएंगे। एथोस को महारानी एलिजाबेथ की मौत की भविष्यवाणी करने से प्रसिद्धि मिली। इसके चलते उनको जीवित नास्त्रेदमस कहा जाता है।
एक बड़ी हिंसा हम देखेंगेइस लिस्ट चौथा नाम लंदन के हिप्नोथेरेपिस्ट निकोलस औजुला का है। 38 वर्षीय औजुला का मानना है कि इस साल बड़ा युद्ध छिड़ेगा है। उनका कहना है कि इस साल हम धर्म और राष्ट्रवाद के नाम पर एक-दूसरे के प्रति मानवीय बुराई और हिंसा के भयानक कृत्य देखेंगे। इन चारों- जो जीवित और दो मृत भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणी इसलिए भी लोगों में दहशत पैदा कर रही कर रही है क्योंकि दुनिया के कई हिस्सों में अशांति बढ़ रही है। रूस-यूक्रेन का युद्ध जारी है तो गाजा में हालात भयावह होते जा रहे हैं। वहीं पाकिस्तान और भारत के बीच भी लगातार तनाव बना हुआ है।
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