News India Live, Digital Desk: GST Council Meeting : आज यानी 3 सितंबर 2025 को जीएसटी काउंसिल की 54वीं बैठक होने जा रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक पर पूरे देश की नज़रें टिकी हुई हैं. सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली इस मीटिंग में कई बड़े और ज़रूरी फैसले लिए जा सकते हैं, जिनका सीधा असर आपकी और हमारी ज़िंदगी पर पड़ सकता है. सबसे बड़ी चर्चा इस बात को लेकर है कि क्या सरकार जीएसटी के टैक्स स्लैब में कोई बदलाव करेगी.क्या है ये 2-स्लैब टैक्स स्ट्रक्चर का मामला?फिलहाल, जीएसटी में मुख्य रूप से चार टैक्स स्लैब हैं- 5%, 12%, 18% और 28%. इसके अलावा कुछ चीज़ों पर 0% या 3% जीएसटी लगता है. काफी समय से इस स्ट्रक्चर को आसान बनाने की बात चल रही है. खबरों की मानें तो आज की बैठक में 2-स्लैब टैक्स स्ट्रक्चर यानी सिर्फ दो टैक्स दरों को रखने के प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है. अगर ऐसा होता है तो यह जीएसटी लागू होने के बाद अब तक का सबसे बड़ा बदलाव होगा. इसका मतलब होगा कि बहुत सी चीज़ें या तो सस्ती हो सकती हैं या फिर महंगी.बैठक के एजेंडे में और क्या है खास?टैक्स स्लैब में बदलाव के अलावा भी कई अहम मुद्दे इस बैठक के एजेंडे में शामिल हैं:ऑनलाइन गेमिंग और कैसिनो: पिछले साल ऑनलाइन गेमिंग, कैसिनो और घुड़दौड़ पर 28% जीएसटी लगाया गया था. सरकार ने कहा था कि छह महीने बाद इसकी समीक्षा की जाएगी. आज की बैठक में इस फैसले की समीक्षा हो सकती है, जिससे इस इंडस्ट्री को बड़ी उम्मीदें हैं.फर्टिलाइजर (खाद) पर टैक्स: कुछ समय पहले यह खबर आई थी कि खाद (Fertilizers) को जीएसटी के दायरे से बाहर किया जा सकता है. अभी इस पर 5% टैक्स लगता है. अगर यह फैसला लिया जाता ہے तो इससे किसानों को बड़ी राहत मिल सकती है और खाद सस्ती हो सकती है.अन्य ज़रूरी चीज़ें: इसके अलावा भी कई और उत्पादों और सेवाओं पर टैक्स की दरों को लेकर चर्चा और फैसला संभव है.आम आदमी के लिए क्या हैं मायने?जीएसटी काउंसिल का हर फैसला सीधे हमारी जेब पर असर डालता है. अगर टैक्स स्लैब बदलते हैं, तो बहुत सी रोज़मर्रा की चीज़ों के दाम बदल जाएंगे. अगर खाद पर टैक्स हटता है, तो खेती की लागत कम हो सकती है, जिसका असर खाने-पीने की चीज़ों के दामों पर भी दिख सकता है. वहीं, ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े फैसले का असर युवाओं और इस इंडस्ट्री पर पड़ेगा.बैठक के बाद ही यह साफ़ हो पाएगा कि सरकार क्या बड़े कदम उठाती है. लेकिन एक बात तय है कि आज का दिन देश की अर्थव्यवस्था और आम आदमी के लिए बहुत अहम होने वाला है.
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