भारत-पाकिस्तान तनाव पर फर्जी सोशल मीडिया पोस्ट: देश की सीमाओं पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर, महाराष्ट्र साइबर विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विभाग ने चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की झूठी जानकारी या अफवाह, विशेषकर सेना की गतिविधियों या राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित, सोशल मीडिया पर न फैलाएं।
हाल ही में, सोशल मीडिया पर सेना की गतिविधियों, युद्ध रणनीतियों या सीमा पार की कार्रवाइयों से संबंधित कई फर्जी खबरें, तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं। ऐसे में बिना किसी पुष्टि के झूठी जानकारी फैलाना उचित नहीं है। इससे लोग भय और भ्रम में पड़ जाते हैं, और ये संदेश सोशल मीडिया पर फैलते रहते हैं, जिससे देश की एकता और शांति को खतरा हो सकता है।
झूठी खबरें फैलाना है दंडनीय अपराध:
साइबर विभाग ने स्पष्ट किया है कि झूठी खबरें फैलाना एक दंडनीय अपराध है, चाहे वह जानबूझकर हो या अनजाने में। विभाग ने कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को ऐसे कंटेंट हटाने के लिए नोटिस भी जारी किए हैं। इसके अलावा, केंद्र सरकार और सोशल मीडिया कंपनियों के सहयोग से फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
विभाग ने जनता से अपील की है कि किसी भी खबर या वीडियो को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। विशेष रूप से, सेना या राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी केवल सरकारी और आधिकारिक स्रोतों जैसे PIB, रक्षा मंत्रालय या सरकार के सत्यापित सोशल मीडिया अकाउंट से प्राप्त करें।
महाराष्ट्र साइबर विभाग ने एक वीडियो संदेश भी जारी किया है, जिसमें लोगों को जागरूक किया गया है। इसमें बताया गया है कि अफवाहों से बचें और जिम्मेदारी से सोशल मीडिया का उपयोग करें। यदि किसी को कोई संदिग्ध पोस्ट दिखाई दे, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।
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