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जयपुर के दो स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, एक्सक्लुसी फुटेज में जानें ईमेल में लिखा-जल्द करेंगे ब्लास्ट

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राजधानी जयपुर के दो स्कूलों को बम धमकी मिलने से हड़कंप मच गया। मानसरोवर स्थित स्प्रिंगफील्ड स्कूल और शिवदासपुरा स्थित एक निजी स्कूल को ईमेल के जरिए बम धमकी दी गई। धमकी मिलने के तुरंत बाद स्कूल प्रशासन ने पुलिस को सूचित किया।

सूत्रों के अनुसार, सूचना मिलने के बाद बम निरोधक दस्ते (Bomb Disposal Squad) और डॉग स्क्वॉड सहित पुलिस की बड़ी टीम तुरंत मौके पर पहुंची। टीम ने स्कूल परिसरों और आस-पास के क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने सभी स्टूडेंट्स और टीचर्स को घर भेजकर स्कूल खाली करवा दिया।

पुलिस ने बताया कि धमकी ईमेल में स्कूल को निशाना बनाने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन फिलहाल किसी संदिग्ध व्यक्ति या ग्रुप का पता नहीं चल पाया है। पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और ईमेल ट्रेस करके धमकी देने वाले व्यक्ति या समूह का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की धमकियों का उद्देश्य केवल डर और तनाव फैलाना होता है। ऐसे में स्कूल प्रशासन का त्वरित कदम और पुलिस की सक्रियता बच्चों और स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अहम साबित हुई।

स्थानीय लोगों और अभिभावकों में इस धमकी के बाद चिंता की लहर है। अभिभावकों ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए और स्कूल प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई सराहनीय है। कई अभिभावकों ने सोशल मीडिया पर भी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग उठाई है।

पुलिस का कहना है कि पूरे इलाके की निगरानी बढ़ा दी गई है। स्कूल के आसपास और मुख्य सड़कों पर अतिरिक्त पुलिस गश्त तैनात की गई है। साथ ही, साइबर सेल को भी ईमेल का स्रोत पता लगाने के लिए सक्रिय किया गया है।

राजस्थान में पहले भी कुछ स्कूलों को धमकी मिली थी, लेकिन तुरंत कार्रवाई के चलते किसी तरह की घटना होने से बचा गया। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों और स्टाफ की सुरक्षा के लिए ऐसी धमकियों को गंभीरता से लेना आवश्यक है।

पुलिस प्रशासन ने अभिभावकों और छात्रों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। उन्होंने कहा कि अभी जांच जारी है और किसी भी प्रकार की पैनिक स्थिति से बचने के लिए स्कूल परिसर को पूरी तरह खाली कर दिया गया है।

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। स्कूल प्रशासन और पुलिस की सक्रियता ने समय रहते खतरे को टालने में अहम भूमिका निभाई। आगामी दिनों में सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय किए जाएंगे और स्कूल खुलने से पहले पूरी जांच और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

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