नई दिल्ली, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । कच्चे तेल की कीमत में तेजी, डॉलर इंडेक्स की मजबूती और स्टॉक मार्केट में विदेशी निवेशकों की बिकवाली का असर आज भारत के मुद्रा बाजार में साफ साफ नजर आया। मुद्रा बाजार में डॉलर की मांग बढ़ने के कारण रुपया आज डॉलर की तुलना में मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। भारतीय मुद्रा आज डॉलर की तुलना में 5 पैसे फिसल कर 87.58 (अनंतिम) के स्तर पर बंद हुई। हालांकि आज रुपये ने डॉलर की तुलना में मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की थी। इसके बावजूद बाद में डॉलर की मांग में तेजी आ जाने की वजह से रुपये के भाव में कमजोरी आ गई। इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भारतीय मुद्रा 87.53 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुई थी।
रुपये ने आज के कारोबार की शुरुआत मजबूती के साथ की थी। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में भारतीय मुद्रा ने आज सुबह डॉलर के मुकाबले 14 पैसे की बढ़त के साथ 87.39 रुपये के स्तर से कारोबार शुरू किया था। आज का कारोबार शुरू होने के बाद रुपया और मजबूत हो कर 20 पैसे की बढ़त के साथ 87.33 के स्तर तक भी पहुंचा, लेकिन इसके बाद बाजार में बने नकारात्मक माहौल के कारण रुपये में गिरावट आ गई। मुद्रा बाजार में डॉलर की मांग में लगातार तेजी बनती गई। इसके साथ ही डॉलर इंडेक्स की मजबूती ने भी रुपये की कीमत पर दबाव डाला, जिसकी वजह से रुपया आज के ऊपरी स्तर से 29 पैसे टूट कर 9 पैसे की कमजोरी के साथ 87.62 के स्तर तक गिर गया। हालांकि बाद में डॉलर की मांग में कमी आने पर रुपये ने निचले स्तर से 4 पैसे की मामूली रिकवरी करके 5 पैसे की कमजोरी के साथ 87.58 के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
मुद्रा बाजार के आज के कारोबार में रुपये ने डॉलर के अलावा ज्यादातर दूसरी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मुकाबले भी कमजोर प्रदर्शन किया। आज के कारोबार के बाद ब्रिटिश पौंड (जीबीपी) की तुलना में रुपया 78 पैसे की गिरावट के साथ 118.19 (अनंतिम) के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह यूरो की तुलना में रुपया आज 91 पैसे की कमजोरी के साथ 102.41 (अनंतिम) के स्तर तक पहुंच गया।
खुराना सिक्योरिटीज एंड फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ रवि चंदर खुराना का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती करने का संकेत मिलने की वजह से डॉलर इंडेक्स में तेजी आ गई है, जिसकी वजह से मुद्रा बाजार में रुपये की कीमत पर दबाव बढ़ गया है। इसके साथ ही मुद्रा कारोबारियों की नजर 27 अगस्त पर भी टिकी हुई है, जब से अमेरिका ने भारत पर अतिरक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। खुराना ने कहा कि अगर ट्रम्प प्रशासन 27 अगस्त को 25 बेसिस प्वायंट्स के एक्स्ट्रा टैरिफ को लागू कर देता है, तो विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से अपने पैसे की निकासी बढ़ा सकते हैं। ऐसा होने पर भारतीय मुद्रा पर दबाव बढ़ सकता है।
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
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