शिमला, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की वजह से हो रही तबाही को लेकर गुरुवार को विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। विपक्ष ने चंबा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और मंडी जैसे जिलों में बिगड़ते हालात को देखते हुए सत्र को स्थगित करने की मांग कर डाली। विपक्षी विधायकों ने सरकार पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए और मुख्यमंत्री के सदन में अनुपस्थित रहने को लेकर तीखी आलोचना की, जिससे सदन का माहौल तनावपूर्ण हो गया। हंगामा बढ़ने पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
विपक्ष ने की सत्र स्थगित करने की मांग
सत्र के आरंभ में विपक्षी सदस्य व चुराह के विधायक हंसराज ने प्वाइंट ऑफ आर्डर के तहत चंबा जिले में भारी बारिश से उत्पन्न आपदा का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि चंबा के चुराह, पांगी और अन्य इलाकों में हालात बेहद खराब हैं। साच पास पर डेढ़ फीट तक बर्फबारी हुई है। चंबा जिला में कई सड़कें बंद हैं और हजारों लोग फंसे हुए हैं। विधायक ने मुख्यमंत्री पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसे हालात में मुख्यमंत्री को प्रदेश में ही रहना चाहिए था।
चंबा जिला के ही भरमौर के विधायक डॉक्टर जनक राज ने कहा कि उनके क्षेत्र में 72 घंटों से संचार व्यवस्था ठप है, मणिमहेश यात्रा प्रभावित हुई है और भारी तादाद में लोग फंसे हुए हैं। उन्होंने मांग की कि विधानसभा सत्र स्थगित करके विधायकों को राहत कार्यों में शामिल होने की अनुमति दी जाए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि चंबा के विधायकों को प्रभावित इलाकों तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था की जाए।
नेता प्रतिपक्ष ने सीएम की गैरमौजूदगी पर उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरा प्रदेश आपदा की चपेट में है और ऐसे समय में मुख्यमंत्री का दिल्ली में होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि मंडी, कुल्लू और चंबा जिलों में सड़कें टूटी हुई हैं, दूरसंचार संपर्क खत्म हो गया है और हजारों लोग फंसे हुए हैं। ठाकुर ने स्पीकर से आग्रह किया कि वह अपनी शक्तियों का प्रयोग करके सरकार को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दें।
स्पीकर ने जताई चिंता, सर्वसम्मति से निर्णय का दिया सुझाव
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि चंबा और प्रदेश के अन्य जिलों में हालात चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष और सरकार दोनों आपसी सहमति से सत्र स्थगित करने का निर्णय लें, तो वह इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने माना कि पिछले 72 घंटों में भारी नुकसान हुआ है और प्रभावित क्षेत्रों में हालात बेहद खराब हैं।
उपमुख्यमंत्री ने विपक्ष पर सियासत का लगाया आरोप
विपक्ष की आलोचना के जवाब में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह से आपदा प्रबंधन में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि यह गलत छवि पेश की जा रही है कि सरकार कुछ नहीं कर रही। राज्य के मुख्य सचिव सभी जिलाधिकारियों के संपर्क में हैं और हालात की निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि रात एक बजे पठानकोट-चंबा सडक खोल दी गई और मणिमहेश यात्रा में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह इस संवेदनशील मुद्दे पर सियासत कर रहा है।
हंगामे के बीच 15 मिनट के लिए स्थगित हुई कार्यवाही
उपमुख्यमंत्री के वक्तव्य के दौरान विपक्षी सदस्य लगातार हंगामा करते रहे। स्पीकर ने बार-बार शांति की अपील की, लेकिन जब विपक्ष नहीं माना, तो उन्होंने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
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