गुवाहाटी, 19 अप्रैल . रेलवे सुरक्षा को सुदृढ़ करने और परिचालन दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण विकास के तहत, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक मनोज यादव ने आज गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर नवनिर्मित एस्कॉर्ट मोबिलाइजेशन हॉल और व्यापक रूप से उन्नत सीसीटीवी निगरानी कक्ष का उद्घाटन किया. उद्घाटन समारोह पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव के साथ-साथ वरिष्ठ रेल अधिकारियों और आरपीएफ कर्मियों की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित किया गया.
यह पहल एनएफआर क्षेत्राधिकार के अंतर्गत सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक की सुरक्षा संरचना को मजबूत करने में एक परिवर्तनकारी कदम साबित होगा. एस्कॉर्ट मोबिलाइजेशन हॉल, जो अब पूरी तरह से चालू है, को एक केंद्रीकृत समन्वय केंद्र के रूप में देखा जाता है. यह आरपीएफ एस्कॉर्ट कर्मियों की तैनाती और लामबंदी को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाएगा. इस समर्पित सुविधा के साथ, आरपीएफ आपातकालीन परिदृश्यों में अधिक दक्षता, सटीकता और त्वरित प्रतिक्रिया के साथ एस्कॉर्ट ड्यूटी का प्रबंधन करने में बेहतर ढंग से सुसज्जित है.
इस सुविधा के पूरक के रूप में नवीनतम अत्याधुनिक निगरानी तकनीक से सुसज्जित नया संवर्धित सीसीटीवी निगरानी कक्ष है. यह उन्नत प्रणाली पूरे स्टेशन परिसर की व्यापक निगरानी कवरेज प्रदान करती है, जिससे आपराधिक गतिविधियों का पता लगाने और उन्हें रोकने की क्षमता बढ़ती है, वास्तविक समय की स्थिति के बारे में जानकारी मिलती है और अंततः हर दिन गुवाहाटी स्टेशन से गुजरने वाले हजारों यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है.
कार्यक्रम के दौरान, यादव ने भारतीय रेलवे और उसके यात्रियों की बढ़ती जरूरतों के साथ संरेखित आधुनिक सुरक्षा कार्यों और बुनियादी ढांचे को अपनाने के लिए आरपीएफ की अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला. श्रीवास्तव ने रेलवे यात्रा सुरक्षा के मानकों को बढ़ाने में प्रौद्योगिकी और समन्वित सुरक्षा प्रयासों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया.
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों ने भाग लिया. सभी ने रेलवे नेटवर्क में सुरक्षित, यात्री अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. इन दो महत्वपूर्ण सुविधाओं का उद्घाटन पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्मार्ट, सुरक्षित और अधिक उत्तरदायी रेलवे संचालन की दिशा में चल रही यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
यह ऐतिहासिक अवसर न केवल बचाव और सुरक्षा के प्रति पूसीरे के सक्रिय दृष्टिकोण को रेखांकित करता है, बल्कि बुनियादी ढांचे में इसके निरंतर निवेश को भी दर्शाता है जो कर्मियों को सशक्त बनाता है, आधुनिक निगरानी का समर्थन करता है और देश के रेल नेटवर्क में जनता का विश्वास बनाए रखता है.
/ श्रीप्रकाश
You may also like
20 अप्रैल से बदल जाएगा शनि, इन 2 राशियों का स्वामी ग्रह, जानिए इन राशियों से जुड़ी खास बातें…
मुस्लिम समुदाय केंद्र से लंबे संघर्ष के लिए तैयार, वक्फ (संशोधन) अधिनियम की वापसी का आग्रह
Trace Cyrus ने Katy Perry पर साधा निशाना, सोशल मीडिया पर किया मजाक
पटना की युवती की शादी के बाद कतर में हुई हैरान करने वाली घटना
भारत में फांसी की प्रक्रिया: जल्लाद की अंतिम बातें और नियम