जयपुर, 29 अप्रैल . प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के नाम पर प्राइवेट स्टूडेंट को फर्जी डिग्री बांटने के मामले में यूनिवर्सिटी के कोऑर्डिनेटर पुनीत गोदावत की 84.82 लाख रुपए की संपत्ति को अटैच कर लिया है. इस केस में अब तक ईडी की टीम विभिन्न आरोपियों से कुल 21.51 करोड़ रुपए की संपत्ति को अटैच कर चुकी है. इसमें जेएनयू के चेयरमैन कमल मेहता भी शामिल हैं.
दरअसल, कमल मेहता के खिलाफ 2014 में एसओजी ने केस दर्ज कर 25 हजार फर्जी डिग्रियां बांटने का भंडाफोड़ किया था. ईडी ने 2015 में केस दर्ज किया. ईडी की जांच में पता चला कि जेएनयू के चेयरमैन कमल मेहता जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के नाम पर निजी छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए फर्जी डिग्री, मार्कशीट और डिप्लोमा सर्टिफिकेट बेचने का गिरोह चलाते थे. कमल मेहता ने यूनिवर्सिटी के प्रबंधन बोर्ड की मंजूरी के बिना और यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार के फर्जी हस्ताक्षरों के साथ नियुक्ति पत्र जारी करके फर्जी डिग्री, मार्कशीट और डिप्लोमा सर्टिफिकेट बेचे. इसके लिए यूनिवर्सिटी के चार राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किए, इन राष्ट्रीय समन्वयकों ने छात्रों से फीस और फॉर्म का पैसा वसूला. परीक्षा आयोजित करने और परिणाम जारी करने के लिए अपने नीचे कई केन्द्र और उप केन्द्र बनाए.
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