जयपुर, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) ।। केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से 17 जुलाई (गुरुवार) को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के नतीजे जारी किए जाएंगे। इसमें राजस्थान से केवल ग्रेटर निगम और डूंगरपूर नगर पालिका को ही अवार्ड के लिए आमंत्रित किया गया है।
जानकार सूत्रों के अनुसार इस बार रैंकिंग में ग्रेटर निगम टॉप 25 में जगह बना सकता है, वहीं हैरिटेज निगम की रैंकिंग इस बार भी 150 पार रहने की संभावना है। इसके पीछे मूल वजह अब तक ओपन कचरा डिपो खत्म न होना, गीला-सूखा कचरा अलग न होना, मैकेनाइज्ड स्वीपिंग सिस्टम से दूरी, डोर टू डोर कचरा संग्रहण, सडक़ किनारे अपर्याप्त मात्रा में लगे लिटरबिंस और जागरूकता का अभाव माना जा रहा है। बता दे कि राजधानी को दो नगर निगम होने का कोई खास फायदा नहीं मिला। पिछले तीन साल से लगातार रैंकिंग स्कोर में निगम पिछड़ते जा रहे है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल की थीम पर केंद्रित हैं।
रैंकिंग साल रैंकिंग 2021 32 2022 26 2023 171 3 साल में ग्रेटर निगम को मिली रैंकिंग साल रैंकिंग 2021 36 2022 33 2023 173 सर्वेक्षण दल के आने से चंद माह पहले निगम ने सफाई व्यवस्था सुधारने को लेकर किए थे।
दरअसल नगर निगम क्षणिक व्यवस्था अपनाता है, जो नुकसानदेह बन जाती है। हर साल की तरह इस बार भी सर्वेक्षण दल के आने से चंद दिनों पहले निगम ने ओपन डिपो हटाना, डोर टू डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था को सुधारना और नाइट स्वीपिंग पर जोर दिया था। जबकि यह काम नियमित होना चाहिए। ऐसा नहीं होने से न केवल रैंकिंग पर असर पड़ता है बल्कि देश-दुनिया में शहर की छवि भी धूमिल होती है। सर्वेक्षण दल के आने दौरान तीन महीने तक निगम अलर्ट मोड पर रहा, जैसे ही टीम के जाने की सूचना मिली फिर वहीं हाल हो गए। इसकी बानगी है नाला सफाई। तीन बार डेडलाइन बढ़ाने के बाद भी मानसून से पहले नाले साफ नहीं हो पाए। नतीजा सामान्य बारिश में शहर तर-बतर हो जाता है। निगम ने दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाए समय से पहले बिल पास कर उपहार दे दिया।
नगर निगम जयपुर ग्रेटर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के मिनिस्टीरियल कैटेगरी में पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। यह सम्मान भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा 17 जुलाई को प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए निगम को प्राप्त हो रहा हैं स्वच्छ सर्वेक्षण दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण है।
महापौर डॉ.सौम्या ने कहा यह पुरस्कार जयपुरवासियों, सफाई मित्रों और नगर निगम टीम की सामूहिक मेहनत का परिणाम है। हमारा प्रयास रहेगा कि हम जयपुर को और भी स्वच्छ, सुंदर और आदर्श शहर बनाएं। पिछली रैंकिंग से लेकर इस सम्मान तक का सफर एक असाधारण छलांग है, और यह साबित करता है कि अगर संकल्प हो तो कुछ भी असंभव नहीं। हमारा लक्ष्य है कि अगले वर्ष जयपुर देश के नंबर वन स्वच्छ शहर बनेगा।
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(Udaipur Kiran) / राजेश
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