मुरादाबाद, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । सावन मास के पहले सोमवार को महानगर के शिवालयों में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु उमड़े। बम-बम भोले के जयकारों के साथ कांवड़ियों व श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। किसरौल स्थित प्राचीन सिद्धपीठ 84 घंटा मंदिर और झारखंडी शिव मंदिर में भाेर के साढ़े तीन बजे से ही बम-बम भोले के जयघोष गूंजने लगे थे। फिर चार बजे कपाट खुलते ही कांवड़ियों द्वारा भोले के जयकारों के साथ शिवभक्तों ने जलाभिषेक आरंभ कर दिया। प्रमुख मंदिरों में दोपहर दो बजे तक डाक कांवड़ पहुंचती रही। शिवालयों को भव्य रूप से सजाया गया। भगवान शिव को भोग लगाकर व्रत को विश्राम दिया।
सावन के प्रथम सोमवार को भगवान शिव का ब्रजघाट से गंगाजल लाकर जलाभिषेक किया। यह लोग रात में ही जल लेकर अपने शिवालयों तक पहुंच गए। जहां बम-बम भोले के जयघोष शिव भक्ति संगीत संग गूंजने लगे। भक्तों ने भोले बाबा को भांग, धतूरा और बेलपत्र का प्रसाद चढ़ाकर जलाभिषेक किया।
चौरासी घंटा मंदिर के पुजारी पंडित विष्णु दत्त शर्मा ने बताया कि भीड़ के कारण मंदिर रात साढ़े तीन बजे खोल लिया गया। चार बजे से जलाभिषेक आरंभ हो गया। कांवड़ियों और निजी वाहनों से जल लाने वाले श्रद्धालुओं को प्रतिमा की ओर से प्रवेश कराया गया। अन्य श्रद्धालुओं को मुख्य मार्ग वाले द्वार से प्रवेश कराया। सभी की निकासी फाटक से कराई। श्रद्धालु डाक कांवड़ लेकर दोपहर तक पहुंचते रहे। इसलिए मंदिर दोपहर 2 बजे तक खुला रहा। शाम शिवालय को चांदी के छत्र, फल ओर केले के पेड़ से भव्य रूप से सजाया।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
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