कोलकाता, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) । राज्य में एसएससी घोटाले की गूंज के बीच अब प्राथमिक शिक्षक भर्ती में हुए कथित टेट घोटाला भी चिंता का विषय बन गया है। साल 2014 के टेट के आधार पर की गई भर्ती में भ्रष्टाचार के आरोपों पर अब 32 हजार प्राथमिक शिक्षकों की नौकरी खतरे में पड़ गई है। यह मामला सोमवार, 14 जुलाई को कोलकाता हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति तपोब्रत चक्रवर्ती की एकल पीठ में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है।
सूत्रों के मुताबिक, इस केस की सुनवाई सोमवार दोपहर दो बजे हाईकोर्ट के 11 नंबर कोर्टरूम में हो सकती है। पिछली सुनवाई के दौरान जस्टिस तपोब्रत चक्रवर्ती ने तीखा रुख अपनाते हुए पूछा था, अगर भ्रष्टाचार सामने आता है, और प्रशासनिक अधिकारी भी इसमें लिप्त पाए जाते हैं, तो क्या एक न्यायाधीश चुप रह सकता है?”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि अदालत यह नहीं देखेगी कि किसे लाभ मिला या नहीं, बल्कि अगर भ्रष्टाचार सामने आता है तो कार्रवाई की जाएगी।
इस बार सुनवाई के दौरान “बंचित अभ्यर्थी” पहली बार अदालत में अपनी बात रखेंगे। उनके वकील अदालत से मांग कर सकते हैं कि पूरा पैनल रद्द किया जाए या सभी 32,000 नौकरियाँ रद्द की जाएं।
बता दें कि 2014 में आयोजित टेट परीक्षा के आधार पर 2016 से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। इस प्रक्रिया के तहत कुल 42,949 लोगों को नियुक्ति मिली। लेकिन भर्ती में अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए कई याचिकाएं हाईकोर्ट में दाखिल की गईं।
तत्कालीन न्यायमूर्ति अभिजीत गांगुली ने सुनवाई के बाद 32 हजार शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द कर दी थीं और राज्य सरकार को नई भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया था।
बाद में राज्य सरकार ने इस फैसले को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच का रुख किया। फिलहाल यह मामला न्यायमूर्ति तपोब्रत चक्रवर्ती की बेंच में चल रहा है, जिसकी अगली सुनवाई 14 जुलाई को होनी है।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
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