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स्वार्थ और तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस ने किया संविधान से खिलवाड़: विष्णुदत्त शर्मा

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कटनी, 25 अप्रैल . भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि बाबा साहब ने हर तरह का अपमान सहने, हर तरह की कठिनाइयों का सामने करने के बाद जब देश का संविधान लिखा, तो समाज के हर वर्ग का कल्याण कैसे हो, इस बात की चिंता की. लेकिन कांग्रेस के जो लोग संविधान को हाथ में लेकर बात करते हैं, उन्होंने बाबा साहब के बनाए संविधान से खिलवाड़ किया है. कांग्रेस की सरकार ने संविधान की प्रस्तावना में परिवर्तन करके उसमें धर्म निरपेक्ष और समाजवाद शब्द जोड़ दिये, जिसका बाबा साहब ने पुरजोर विरोध किया.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा शुक्रवार को कटनी के स्वामी विवेकानंद सभागार में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संविधान में ये शब्द सिर्फ अपने स्वार्थ, तुष्टिकरण और एक वर्ग को खुश करने के लिए जोड़े थे. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के चुनाव को जब न्यायालय ने अवैध ठहरा दिया, तो उन्होंने पद पर बने रहने के लिए आपातकाल लगा दिया. कांग्रेस ने एक-दो बार नहीं, 75 बार अपने स्वार्थों के लिए संविधान में संशोधन किया. कांग्रेस पार्टी शुरू से फूट डालो, राज करो तथा तुष्टिकरण की राजनीति करती रही है और पहलगाम जैसा आतंकी हमला उसकी इसी राजनीति का परिणाम है.

बाबा साहब से घृणा करती थी कांग्रेस, इसलिए नहीं दिया सम्मान

शर्मा ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान के माध्यम से देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया. उन्होंने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गठन का विचार दिया. देश को पहली बार जल प्रबंधन और संरक्षण का विचार भी बाबा साहब ने दिया. वो एक अर्थशास्त्री, समाज सुधारक, शिक्षाविद्, लेखक और पत्रकार भी थे. उन्होंने देश को इतना कुछ दिया, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें आजादी के बाद 55 सालों तक भारत रत्न क्यों नहीं दिया? कांग्रेस की सरकार जब स्व. राजीव गांधी को भारत रत्न दे सकती है, तो बाबा साहब को क्यों नहीं दिया? वजह साफ है कि कांग्रेस और उसका नेतृत्व बाबा साहब से घृणा करते थे.

भाजपा ने किए देश और समाज के लिए संशोधन

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि आजादी के तुरंत बाद पं. नेहरू की सरकार ने संविधान में जम्मू-कश्मीर के लिए 370 का प्रावधान कर दिया. इसके अनुसार कश्मीर को संविधान, वहां का ध्वज और वहां का प्रधानमंत्री अलग होना था. इसमें ये भी प्रावधान था कि वहां अगर किसी सफाईकर्मी का बच्चा योग्य है, तब भी वह किसी पद पर नियुक्त नहीं हो सकेगा.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और पं. नेहरू बाबा साहब से घृणा करते थे, इसलिए उन्हें कभी वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वो हकदार थे. पं. नेहरू ने बाबा साहब को चुनाव हरवाने के लिए क्या-क्या नहीं किया. बाद में जब बाबा साहब ने नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया, तो पं. नेहरू ने यह कहकर बाबा साहब का अपमान किया था कि उनके इस्तीफे से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. वीपी सिंह के नेतृत्व में जब भाजपा के सहयोग से सरकार बनी, तब उस सरकार ने बाबा साहब को भारत रत्न प्रदान किया. भाजपा की सरकार ने महू से लेकर नागपुर तक और मुंबई से लेकर इंग्लैंड तक बाबा साहब के जीवन से जुड़े पंचतीर्थों का विकास किया.

बाबा साहब के सपने को जमीन पर उतारने का संकल्प लें

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि बाबा साहब का कहना था कि अगर शरीर का कोई अंग कमजोर है, तो शरीर स्वस्थ नहीं हो सकता. इसलिए समाज के हर अंग यानी हर वर्ग का उत्थान जरूरी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का नारा भी बाबा साहब से ही प्रेरित है. बाबा साहब चाहते थे कि संपूर्ण भारत एकसूत्र में बंधे और विकसित भारत बने, जिसका संकल्प हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने लिया है. बाबा साहब के सम्मान में आयोजित इस कार्यक्रम में हम सभी उनके विकसित भारत के संकल्प को जमीन पर उतारने का संकल्प लें.

संगोष्ठी को पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद सुमित्रा वाल्मीकि एवं रामकिशोर दाहिया ने भी संबोधित किया. इस दौरान पूर्व मंत्री संजय पाठक, जिला अध्यक्ष दीपक टंडन सोनी, जिला प्रभारी संजय साहू, विधायक प्रणय पाण्डे सहित पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि मंचासीन रहे.

तोमर

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