श्रीनगर 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, समाज कल्याण एवं शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने जम्मू-कश्मीर मेडिकल सप्लाईज़ कॉर्पोरेशन लिमिटेड को निर्देश दिया कि वह जम्मू-कश्मीर के सभी ज़िला अस्पतालों की आपातकालीन और ट्रॉमा केयर इकाइयों में विशेष रूप से जीवन रक्षक दवाओं और इंजेक्शनों का स्टॉक खत्म न हो, यह सुनिश्चित करे।
मंत्री ने नागरिक सचिवालय में आयोजित एक बैठक में जम्मू-कश्मीर मेडिकल सप्लाईज़ कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कामकाज और प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा करते हुए ये निर्देश दिए।
बैठक में अधिकारियों को संबोधित करते हुए मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को आवश्यक दवाओं, सर्जिकल उपकरणों और अन्य आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति की निर्बाध खरीद और वितरण सुनिश्चित करने में जेकेएमएससीएल द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
निगम की खरीद प्रक्रियाओं, इन्वेंट्री प्रबंधन प्रणालियों, लॉजिस्टिक्स नेटवर्क और ज़िलावार आपूर्ति स्थिति का विस्तृत मूल्यांकन करते हुस मंत्री सकीना ने महत्वपूर्ण और जीवन रक्षक दवाओं की वास्तविक समय आपूर्ति में किसी भी कमी को दूर करने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने जेकेएमएससीएल को जम्मू-कश्मीर के सभी ज़िला अस्पतालों में विशेष रूप से कैंसर रोगियों और हृदय रोगियों के लिए, जीवन रक्षक दवाओं और इंजेक्शनों का स्टॉक रखने का निर्देश दिया। मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि लोगों का स्वास्थ्य और कल्याण सर्वोपरि है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी अस्पताल को चाहे वह किसी भी स्थान पर हो आवश्यक या आपातकालीन दवाओं की कमी का सामना न करना पड़े।
इस बात पर ज़ोर देते हुए कि एक मज़बूत, पारदर्शी और उत्तरदायी आपूर्ति श्रृंखला किसी भी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की रीढ़ होती है, उन्होंने जेकेएमएससीएल प्रबंधन को तकनीक-सक्षम इन्वेंट्री ट्रैकिंग सिस्टम अपनाने, जीएमसी के प्रधानाचार्यों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वास्तविक समय समन्वय सुनिश्चित करने और आवश्यक स्वास्थ्य सेवा आपूर्ति की उपलब्धता और स्टॉक के उपयोग की निगरानी के लिए मासिक ऑडिट करने का निर्देश दिया।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के दोनों निदेशकों को निर्देश दिया कि वे जेकेएमएससीएल को विभिन्न स्वास्थ्य उपकरणों और सहायक उपकरणों की अग्रिम मांग भेजें ताकि लोगों तक स्वास्थ्य सेवा पहुँचाने में किसी भी तरह की देरी न हो। मंत्री ने कहा कि हमारी स्वास्थ्य प्रणाली की प्रभावशीलता चिकित्सा आपूर्ति श्रृंखलाओं की दक्षता से गहराई से जुड़ी हुई है, किसी भी तरह की देरी या चूक का सीधा असर मरीज़ों की देखभाल पर पड़ता है।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
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