फैकल्टी इंडक्शन कार्यक्रम के समापन समारोह में शिक्षाविदों ने रखे विचारहिसार, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि वर्तमान दौर इनोवेशन पर फोकस करने का है। हमें अपने विद्यार्थियों को नौकरी पाने वाले नहीं, नौकरी देने वाला बनाना है। उन्होंने शिक्षकों से उद्यमियता को बढ़ावा देने का आह्वान किया। प्रो. नरसी राम बिश्नोई साेमवार काे विश्वविद्यालय के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र (एमएमटीटीसी) द्वारा संचालित फैकल्टी इंडक्शन कार्यक्रम के समापन समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। गुजविप्रौवि के सेवानिवृत्त प्रोफेसर एवं बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय, अस्थल बोहर, रोहतक के कुलपति प्रो. एचएल वर्मा समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे जबकि अध्यक्षता एमएमटीटीसी की निदेशिका प्रो. सुनीता रानी ने की। मुख्यातिथि कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि अंतर्विषयक शोध समय की जरूरत है। उन्होंने शिक्षकों को रिसर्च प्रोजेक्टस के लिए आवेदन करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने ज्ञान और अनुभव को विद्यार्थियों तक पहुंचाएं तथा हर दिन कुछ नया सीखने के लिए उत्सुक रहें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम शिक्षकों में नए ज्ञान के साथ-साथ नई ऊर्जा का संचार भी करते हैं।विशिष्ट अतिथि प्रो. एचएल वर्मा ने कहा कि शिक्षक अपने विजन को उच्च स्तर देकर शिक्षा व्यवस्था को सुधार सकता है। उन्होंने कहा कि भारत का शिक्षक अपने उत्तरदायित्व को समझता है। भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए शिक्षक को अपनी राष्ट्र निर्माता की भूमिका को बखूबी निभाना होगा।प्रो. सुनीता रानी ने स्वागत संबोधन किया तथा एमएमटीटीसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम प्रतिभागियों के लिए अत्यंत उपयोगी होगा। कार्यक्रम समन्वयक डा. अनुराग सांगवान ने कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की जबकि एमएमटीटीसी के उप निदेशक एवं कार्यक्रम समन्वयक डा. हरदेव सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव किया। प्रतिभागियों में डा. सोनल शेखावत और डा. रामसरूप ने कार्यक्रम के दौरान के अपने अनुभव सांझा किए। अतिथियों द्वारा कार्यक्रम से संबंधित विवरणिका का विमोचन किया गया। यह कार्यक्रम चार सप्ताह तक चला। इस अवसर पर प्रो. मनोज दयाल, प्रो. कर्मपाल नरवाल, प्रो. वीके बिश्नोई, प्रो. संजीव कुमार व प्रो. दलबीर सिंह भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
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