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मुसाफिरखाना कोतवाली की बेरहम पुलिस का नया कारनामा!

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अमेठी, 2 जुलाई (Udaipur Kiran) । अमेठी जिले की मुसाफिरखाना कोतवाली आए दिन चर्चा का विषय बनी रहती है। कभी पंडित जी को बुक करने के लिए अवैध असला की डिमांड करने का ऑडियो वायरल होता है तो कभी बिना किसी जुर्म के आधी रात को घर से उठाकर लोगों को पीट दिया जाता है। इस ताजा मामले में मुसाफिरखाना कोतवाली पुलिस में तैनात चार पुलिसकर्मियों के द्वारा दो नाबालिग सहित तीन लोगों को घर से आधी रात को उठा लिया गया और थाने लाकर पुलिसकर्मियों द्वारा बड़ी ही बेरहमी से निर्दयतापूर्वक उनकी पिटाई की गई। हालांकि इस मामले में एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल को एसपी ने सस्पेंड करते हुए जांच एएसपी को सौंप दिया है।

मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पिंडारा करनाई गांव के रहने वाले शिवम मौर्य (17) और अशोक मौर्य (30) के साथ सत्यम यादव (17) पुत्र ज्ञान प्रकाश निवासी लोकराय थाना मुसाफिरखाना के घर पर 2 दिन पूर्व मुसाफिरखाना कोतवाली के संतोष कुमार कनौजिया, अर्धेंदु चौहान, चंदन कनौजिया और अविनाश यादव सहित चार पुलिसकर्मी आधी रात को लगभग 12 के करीब पहुंचे। पुलिस कर्मियों ने घर का दरवाजा खटखटाते हुए उसे खुलवाया और घर के अंदर दाखिल हो गए। बिना कुछ बताए हुए तीनों लोगों को उठाकर गाड़ी में भर लिया और कोतवाली लेकर चले गए। कोतवाली पहुंचने के बाद चारों पुलिसकर्मियों ने बारी-बारी से दो नाबालिग लड़कों सहित तीनों लोगों को पट्टे, डंडे, तथा लात जूतों से बड़ी ही बेरहमी से रात भर जमकर पीटा। दूसरे दिन दोपहर में अशोक मौर्य को छोड़ दिया जबकि पढ़ाई करने वाले दोनों नाबालिग लड़कों शिवम मौर्य और सत्यम यादव को दूसरे दिन शाम को शांति भंग की धारा में चालान करने के बाद छोड़ा गया। दोनों लड़कों के घर वालों ने मुसाफिरखाना तहसील पहुंचकर जमानत करवाई और घर ले गए। इसमें सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन तीनों को किस जुर्म में पीटा गया यह तीनों पीड़ितों को भी नहीं मालूम है।

तीनों पीड़ितों के परिजनों ने अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा से मुलाकात कर शिकायती पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित के परिजनों का कहना है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवा कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपाेर्ट दर्ज कराई जाए। जिस पर किशोरी लाल शर्मा ने पीड़ित परिजनों से शिकायती पत्र प्राप्त कर कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया है।

इस प्रकरण पर जिले की पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ चुका है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से मुसाफिरखाना कोतवाली में तैनात हेड कांस्टेबल संतोष कुमार कनौजिया और कांस्टेबल अर्धेंदु चौहान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और पूरे प्रकरण की जांच अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह को सौंप दी गई है। जांच में जो भी तथ्य प्रकाश में आएगा उसके अनुरूप आगे की भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

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(Udaipur Kiran) / लोकेश त्रिपाठी

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