हर महीने की त्रयोदशी तिथि को पड़ने वाला प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित एक खास दिन माना जाता है। इस बार बुधवार को पड़ने वाला बुध प्रदोष व्रत 20 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन भक्तों के लिए शिव पूजा का विशेष मुहूर्त 2 घंटे 12 मिनट का रहेगा। आइए, जानते हैं इस व्रत की पूरी विधि, मुहूर्त और वो खास उपाय जो आपके जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं!
बुध प्रदोष व्रत का महत्वप्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा पाने का एक शानदार मौका है। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। खास तौर पर बुधवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत बुद्धि, व्यापार और समृद्धि के लिए बहुत फलदायी माना जाता है। इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध और बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की हर पुकार सुनते हैं।
पूजा का शुभ मुहूर्त20 अगस्त 2025 को त्रयोदशी तिथि सुबह 6:45 बजे से शुरू होगी और अगले दिन 21 अगस्त को सुबह 8:20 बजे तक रहेगी। इस दिन शिव पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त शाम 6:30 बजे से रात 8:42 बजे तक रहेगा, यानी कुल 2 घंटे 12 मिनट। इस समय में पूजा करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
पूजा की आसान विधिबुध प्रदोष व्रत की पूजा विधि बेहद सरल और प्रभावी है। सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें। इसके बाद शिव मंदिर जाएं या घर में ही शिवलिंग की स्थापना करें। शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद और बेलपत्र चढ़ाएं। फिर धूप-दीप जलाकर “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। पूजा के बाद शिव चालीसा या शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें। अंत में आरती करें और प्रसाद बांटें। व्रत रखने वाले लोग इस दिन केवल फल, दूध या सात्विक भोजन करें।
सुख-समृद्धि के लिए खास उपायइस दिन कुछ खास उपाय करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। अगर आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, तो शिवलिंग पर 21 बेलपत्र चढ़ाएं और हर बेलपत्र पर “ॐ नमः शिवाय” लिखें। इसके अलावा, शिव मंदिर में देसी घी का दीपक जलाएं और गरीबों को भोजन दान करें। अगर आप नौकरी या व्यापार में तरक्की चाहते हैं, तो पूजा के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ भी करें। मान्यता है कि ये उपाय भगवान शिव और हनुमान जी दोनों की कृपा दिलाते हैं।
इन बातों का रखें ध्यानप्रदोष व्रत के दिन कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इस दिन गुस्सा करने, झूठ बोलने या किसी का दिल दुखाने से बचें। पूजा के दौरान मन को शांत और पवित्र रखें। मांस, मदिरा और तामसिक भोजन से पूरी तरह परहेज करें। अगर आप व्रत नहीं रख सकते, तो भी शिव पूजा जरूर करें, क्योंकि भक्ति में ही सारी शक्ति है।
तो, इस बुध प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की कृपा पाने के लिए तैयार हो जाइए। सही विधि और श्रद्धा के साथ पूजा करें और अपने जीवन में सुख-शांति का आशीर्वाद पाएं।
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