आज रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करने जा रहे हैं, जिसका इंतजार पूरे देश को है। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक बड़े अभियान की घोषणा की है। ऑपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता के बाद, भाजपा 13 मई से 23 मई तक देशभर में 11 दिनों की 'तिरंगा यात्रा' (Tiranga Yatra) शुरू करने जा रही है। यह अभियान देशवासियों में एकता और राष्ट्रीय गौरव का संदेश फैलाने का एक अनूठा प्रयास है।
तिरंगा यात्रा: एकता का प्रतीकभाजपा ने 'तिरंगा यात्रा' को राष्ट्रीय एकता और गौरव का प्रतीक बनाया है। इस 11 दिवसीय अभियान का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को एक मंच पर लाना है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह अभियान अत्यधिक राजनीतिक रंग नहीं लेगा, बल्कि यह राष्ट्रीय भावना को मजबूत करने पर केंद्रित होगा। तिरंगा, जो हमारी एकता और स्वतंत्रता का प्रतीक है, इस यात्रा के माध्यम से देश के कोने-कोने में पहुंचेगा। यह पहल उन मुद्दों पर ध्यान देगी, जिन्हें समाज का हर वर्ग समर्थन करता है, जैसे कि राष्ट्रप्रेम और सामाजिक सद्भाव (National Unity).
भाजपा नेताओं की सक्रिय भागीदारीइस अभियान में भाजपा के वरिष्ठ नेता, केंद्रीय मंत्री, और संगठनात्मक पदाधिकारी सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे। यह यात्रा देश के विभिन्न राज्यों और शहरों में आयोजित की जाएगी, जहां लोग तिरंगे के साथ एकजुट होकर राष्ट्रीय गौरव का उत्सव मनाएंगे। पार्टी का मानना है कि यह अभियान न केवल लोगों को जोड़ेगा, बल्कि देश की सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को भी मजबूत करेगा। यह पहल विशेष रूप से युवाओं को राष्ट्र निर्माण में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगी (BJP Campaign).
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उत्सव'तिरंगा यात्रा' की शुरुआत ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उत्सव के रूप में देखी जा रही है। इस ऑपरेशन ने देश की सुरक्षा और एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भाजपा इस सफलता को जन-जन तक पहुंचाने और राष्ट्रीय गौरव को बढ़ाने के लिए तिरंगा यात्रा का आयोजन कर रही है। यह अभियान न केवल सरकार की उपलब्धियों को उजागर करेगा, बल्कि लोगों को यह भी याद दिलाएगा कि एकजुट भारत ही प्रगति का आधार है (Operation Sindoor).
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