शाहजहाँपुर के ख्वाजा फिरोज मोहल्ले में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। 24 वर्षीय निधि, जो अपनी मेहनत और लगन के लिए जानी जाती थी, ने शनिवार शाम अपने कमरे में फंदे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस घटना ने उनके परिवार और आसपास के लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया। निधि के पिता यशपाल ने बताया कि उनकी बेटी पिछले कुछ महीनों से दिल्ली में नौकरी छूटने और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण तनाव में थी। यह दुखद घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह समाज में मानसिक स्वास्थ्य और बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दों पर भी सवाल उठाती है।
एक होनहार बेटी की कहानीनिधि ने बीबीए की पढ़ाई पूरी की थी और पिछले दो सालों से दिल्ली में एक निजी कंपनी में काम कर रही थी। यशपाल ने बताया कि कंपनी के दूसरी जगह शिफ्ट होने के कारण निधि की नौकरी छूट गई थी। इसके बाद वह अपने घर शाहजहाँपुर लौट आई और बच्चों को कोचिंग पढ़ाने लगी। निधि ने न केवल हरदोई की एक बैंक में काम किया था, बल्कि हाल ही में पुलिस भर्ती की परीक्षा भी दी थी।
शनिवार की शाम, निधि ने परिवार को चाय बनाकर पिलाई थी। इसके बाद परिजन पास के हथौड़ा गांव में सत्संग के लिए चले गए। घर पर अकेली निधि ने अपने कमरे का दरवाजा बंद किया और पंखे के कुंडे से लटककर अपनी जान दे दी। बच्चों ने खिड़की से झांककर उसे देखा और तुरंत परिजनों को सूचित किया। दरवाजा तोड़कर निधि के शव को उतारा गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इस घटना ने पूरे मोहल्ले को स्तब्ध कर दिया।
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