– कोचीन शिपयार्ड और गार्डनरीच शिपबिल्डर्स में सबसे बड़ी गिरावट
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर . पिछले सप्ताह से घरेलू शेयर बाजार में जारी करेक्शन से पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज (पीएसई) के शेयरों पर काफी असर पड़ा है. आलम ये है कि कई पीएसयू स्टॉक करेक्शन की वजह से पीक लेवल से 47 प्रतिशत तक गिर गए हैं. बड़ी गिरावट का शिकार होने वाली सरकारी कंपनियों में कोचीन शिपयार्ड, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स, इरकॉन, भारत डायनामिक्स, इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (आईआरएफसी) और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के नाम शामिल हैं.
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसई) में से जहाज बनाने वाली कंपनी कोचीन शिपयार्ड का शेयर अपने शिखर से 47 प्रतिशत तक लुढ़क गया है. जुलाई के महीने में कोचीन शिपयार्ड का शेयर 2,979.45 रुपये के स्तर पर पहुंचा था. उसके बाद से ये शेयर गिरता चला गया. पिछले सप्ताह आई गिरावट की आंधी से भी ये शेयर काफी प्रभावित हुआ. आज कोचीन शिपयार्ड का शेयर 1,571.50 रुपये के स्तर पर आ गया है.
इसी तरह गार्डन रीच शिपबिल्डर्स के शेयर भी पीक लेवल से 45 प्रतिशत से ज्यादा टूट चुके हैं. जुलाई के महीने में कंपनी के शेयर 2,833.80 रुपये के स्तर पर थे, लेकिन आज ये शेयर 1,543 रुपये के स्तर पर बंद हुए. सिविल कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल के शेयर में भी पीक लेवल से 41 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है. इरकॉन के शेयर 15 जुलाई को 351.60 रुपये के स्तर पर थे लेकिन आज कंपनी के शेयर 207 रुपये के स्तर पर बंद हुए.
इसी तरह एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर की कंपनी भारत डायनामिक्स के शेयर 1,794.70 रुपये के अपने शिखर से 37 प्रतिशत से ज्यादा लुढ़क कर आज 1,122.95 रुपये के स्तर पर आ गए. इसके अलावा इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (आईआरएफसी) का शेयर भी 37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 229 रुपये से फिसल कर 144.44 रुपये के स्तर पर आ गया है. वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) और ब्रॉडबैंड सर्विस देने वाली पीएसयू कंपनी रेलटेल के शेयर 617.80 रुपये के अपने सर्वोच्च स्तर से 36 प्रतिशत लुढ़क कर आज 396 रुपये के स्तर पर बंद हुए.
पीएसयू कंपनियों में अगर पावर सेक्टर की बात की जाए तो पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी), रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन (आरईसी), नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (एनएचपीसी) सतलज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) और बीएचईएल जैसी कंपनियों के शेयर अपने रिकॉर्ड हाई लेवल से 25 से 30 प्रतिशत तक टूट चुके हैं. पावर सेक्टर में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन भी गिरावट का शिकार हुआ है लेकिन इसकी गिरावट अभी तक 10 प्रतिशत के दायरे में ही सीमित है. इनके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र की अन्य कंपनियों में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी डिफेंस सेक्टर की कंपनियों के शेयर भी अपने पीक लेवल से 20 प्रतिशत से ज्यादा लुढ़क चुके हैं.
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/ योगिता पाठक
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